शोधकर्ताओं ने खुलासा करते हुए यह कहा है कि 8 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को मंकीपॉक्स की अधिक गंभीर बीमारी के लिए हाई रिस्क फैक्टर वाला ग्रुप माना जाना चाहिए।
पीडियाट्रिक इनफेक्शियस डिजीज जर्नल में इस रिपोर्ट को पब्लिश किया गया है, जिसके अनुसार अब तक कुछ बच्चे ही मंकीपॉक्स से प्रभावित है लेकिन 8 वर्ष या उससे कम उम्र के बच्चों में जोखिम बहुत ज्यादा है।
बच्चों में अब तक कम रिपोर्ट की गई दरों के बावजूद बच्चों में मंकीपॉक्स की जटिलताओं और अन्य गंभीर परिणामों के बारे में विशेष चिंता दी गई है। स्विट्जरलैंड के विश्वविद्यालय कि डॉक्टर ने कहा कि बच्चों में अस्पताल में भर्ती होने की दर और उच्च आय वाले देशों में भी मृत्यु दर में वृद्धि की सूचना मिली है।
मुख्य रूप से कम आय वाले देशों के आंकड़ों के आधार पर 8 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को विशेष रूप से गंभीर जीवाणु संक्रमण सहित जटिलताओं का हाई रिस्क फैक्टर है । अगर सच है तो दुनिया भर में मंकीपॉक्स के लगभग 45 से 4 मामलों की पुष्टि हुई थी। इनमें से सिर्फ 211 माह में 18 साल से कम उम्र के बच्चे और किशोरों में देखने को मिले थे।
बात करें आज की तो इसका प्रकोप मंकीपॉक्स वायरस बड़े पैमाने पर युवाओं ने अन्य निजी संपर्क से फैलता दिख रहा है। बूंदों और दूषित तत्व और वस्तुओं सहित संचरण के अन्य मार्ग से भी उसकी भूमिका निर्धारित की जानी है।