आगरा। कन्या भ्रूण हत्या के लिए हरियाणा और राजस्थान में अवैध गर्भपात किट सप्लाई करने के आरोप में जब्त किए गए दवा कारोबारियों के कंप्यूटर डाटा की फोरेंसिक जांच भी कराई जाएगी। डाटा एनलाइसिस के लिए दिल्ली के एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। दरअसल नशीली दवाओं के बाद गर्भपात किट की अवैध बिक्री का मामला सामने आया है। इससे दवा का अवैध कारोबार करने वालों में खलबली मची हुई है। मामले में नशीली दवाओं की अवैध सप्लाई की भी जांच की जा रही है। अवैध कारोबार करने वाले और हॉकर भूमिगत हो गए हैं।
हरियाणा और राजस्थान के मुख्यमंत्री कार्यालय से सीएम योगी कार्यालय को पत्र लिखकर अवैध गर्भपात किट की जांच कराने की मांग की गई थी। ऐसे में जांच पर शासन स्तर से नजर रखी जा रही है। सुबूत जुटाने के बाद बडे़ स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। बतादें कि औषधि विभाग की टीम गोगिया मार्केट स्थित नवीन कुमार अरोरा उर्फ बंटी के माधव ड्रग हाउस और कपिल खत्री और अंकुर गुप्ता की फर्म एके एंटरप्राइजेज से गर्भपात किट (प्रग्नेंसी टर्मिनेशन किट) की खरीद बिक्री की जांच के लिए कंप्यूटर का डाटा जब्त किया था। प्रारंभिक जांच में गर्भपात की किट की अवैध बिक्री के एक फर्म से सुबूत मिले हैं।
इन दोनों फर्मों से जब्त किए गए डाटा की जांच कराई जा रही है। औषधि विभाग की टीम डाटा की जांच के लिए दिल्ली के एक्सपर्ट की मदद ले रही है। जिससे जब्त किए गए डाटा से पता चल सके कि गर्भपात किट कहां-कहां सप्लाई की जा रहीं थी। कंप्यूटर से जब्त किए गए डाटा की फोरेंसिक जांच भी कराई जाएगी। औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक ने बताया कि अभी जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।