Indiana Ophthalmics: गुजरात की फार्मा कंपनी इंडियाना ऑप्थलमिक्स (Indiana Ophthalmics) को फार्मा एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस फार्मा कंपनी के द्वारा निर्मित आई ड्राप का इस्तेमाल श्रीलंका में किया गया। आई ड्रॉप के इस्तेमाल से संक्रमण का मामला सामने आने के बाद कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। जारी किए गए नोटिस में फार्मोक्सिल के डॉयेक्टर जनरल उदय भास्कर ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह के आई ड्रॉप के निर्माण से हमारे देश की छवि धूमिल हुई है।
इंडियाना ऑप्थलमिक्स (Indiana Ophthalmics) का लाइसेंस होगा रद्द
गुजरात की इंडियाना ऑप्थलमिक्स को आई ड्रॉप की जांच कर 3 जून तक जवाब देने के लिए कहा गया है। यदि कंपनी 3 जून तक जांच रिपोर्ट दाखिल नहीं करती है तो बिना किसी नोटिस के कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा। जारी किए गए नोटिस में कंपनी के पार्टनर नीरव आर भट्ट को खासतौर पर श्रीलंका में जिस आई ड्रॉप को भेजा गया था उसकी पूरी जानकारी के साथ-साथ भेजे गए प्रोडेक्ट की परमिशन और मैन्यूफैक्चरिंग लाइसेंस का विवरण मांगा गया है।
श्रीलंका ने दो महीने पहले की थी शिकायत
अप्रैल महीने में श्रीलंका की हेल्थ मिनिस्टरी ने भारत सरकार के पास इंडियाना ऑप्थलमिक्स को लेकर शिकायत की थी। श्री लंका की हेल्थ मिनिस्टरी की ओर से ये दावा किया गया था कि इस आई ड्रॉप को इस्तेमाल करने के बाद श्रीलंका में 30 से ज्यादा लोगों की आंखों में संक्रमण हो गया। ये मामला सामने आने के बाद भारतीय दवा नियम सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने इस मामले की जांच शुरु कर दी थी। फार्मा कंपनी को भेजे गए नोटिस के मुताबिक आई ड्रॉप की खराबी पर 16 मई को श्रीलंका के कैबिनट बैठक में चर्चा हुई थी। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल जांच करने के आदेश दिए थे।
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