बद्दी (हप्र)। औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में एक दवा कंपनी पर घटिया तरीके से दवाइयां बनाने का आरोप लगा है। स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में जांच शुरू करा दी है। शिकायतकर्ता द्वारा मामला संज्ञान में लाने के बाद ड्रग कंट्रोलर अधिकारियों ने कंपनी से सैंपल लेकर लैब में जांच के लिए भेज दिया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही अगली कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल कंपनी अपना उत्पादन यथावत जारी रखेगी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि  एशिया का  फार्मा हब कहलाने वाले  हिमाचल  प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में एक उच्च स्तरीय दवाइयां सारे नियम मानकों को ताक पर रखकर लेबर से  बनवाई जा रही हैं। डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मुनीष कपूर ने तुरंत हरकत में आते ही शिकायत पर जांच बिठा दी और अपनी टीम से पूरी रिपोर्ट मांगी। उसके बाद विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर बसंत मित्तल ने औद्योगिक क्षेत्र मानपुरा लोदीमाजरा का दौरा किया और उद्योग में जाकर बारीकी से जांच की। पता चला है कि इस दवा फैक्ट्री को अधोमानक मानते हुए ड्रग्स विभाग ने लगभग छह महीने पहले ही लाइसेंस दिया है । इस संदर्भ में नवनियुक्त डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने बताया कि ड्रग कंट्रोलर विभाग के अधिकारियों ने तुरन्त मामले पर करवाई करते हुए 6-7 दवाईयों के सैंपल अपने कब्जे में लेकर जाँच  रिपोर्ट के लिए लैब में जांच के लिए भेज दिया है। जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में आने के बाद दवाइयों के असली या नकली होने की पुष्टि होगी।