फीरोजाबाद। गरीब रोगियों को सस्ती कीमत पर जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज परिसर में खुले जनऔषधि केंद्र पर 40 फीसद दवाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। यहां सर्जिकल आयटम कोई भी नहीं है। ऐसे में मरीजों को बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ती हैं। गौरतलब है कि जनऔषधि केंद्र पर दवाएं मेडिकल स्टोरों की अपेक्षा काफी सस्ती मिलती हैं। इसका कारण उनका जेनरिक होना है। जबकि मेडिकल स्टोरों पर अमूमन ब्रांडेड दवाएं अधिक बेची जाती हैं।
जेनरिक दवाएं भी ब्रांडेड दवाओं की ही तरह असरदार होती हैं। दिक्कत यह कि जनऔषधि केंद्र पर सभी दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। इसके चलते गरीबों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ फार्मासिस्ट अंकुर कुमार ने बताया कि केंद्र पर दवा व इन सामानों की आपूर्ति ब्यूरो आफ फार्मा आफ इंडिया नई दिल्ली द्वारा की जाती है। कई माह पहले आर्डर देने के बाद भी इनकी सप्लाई नहीं मिल रही है। सीएमएस डा. आरके पाडेय ने बताया कि दवाओं की उपलब्धता का प्रयास किया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत दो साल पहले स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल परिसर में जनऔषधि केंद्र खुला था। बताया गया था कि यहां 800 से अधिक तरह की दवाएं मिलेंगी। लेकिन हकीकत इससे अलग है। केंद्र पर करीब तीन सौ तरह की दवाएं ही उपलब्ध हैं। सर्जिकल से जुड़ा कोई आयटम नहीं हैं। यहां तक कि गर्म पट्टी, रिप बेल्ट (टूटे हाथ को लटकाने में मददगार) भी उपलब्ध नहीं है। ब्लड प्रेशर रोगियों को भी सभी दवाएं उपलब्ध नहीं हैं।