प्रतापगढ़। प्रदेश के कई जिलों में संक्रमित पोलियो खुराक मिलने के मामले में प्रतापगढ़ की नौ हजार खुराक जांच में फेल पाई गई है। यह दवा बी-130318 बैच की है, जिसे अब शासन को वापस किया जा रहा है। वहीं, बी-050318 और बी-070318 बैच की दवा इस्तेमाल में लाई जाएगी।
गौरतलब है कि इस जिले की 33 हजार ओरल पोलियो खुराक जांच के लिए यहां से दो माह पहले आगरा लैब में जांच के लिए भेजी गई थी। आशंका थी कि यहां भेजी गई खुराक भी संक्रमित हो सकती है। आगरा की लैब में जांच में 24 हजार ओरल पोलियो खुराक संक्रमित रहित पाई गई थी। दूसरे चरण की जांच में पता चला कि प्रतापगढ़ से जांच के लिए भेजी गई 33 हजार खुराक में से नौ हजार खुराब संक्रमित बैच की मिली। विभाग का दावा है कि प्रतापगढ़ में पोलियो का आखिरी केस 2008 में मिला था। उसके बाद से किसी भी बच्चे में इस बीमारी के लक्षण नहीं मिले। इसके बावजूद भारत सरकार ने यह अभियान प्रतापगढ़ से भी जोड़ा है। सरकार का मानना है कि दूसरे देशों और प्रदेशों से आने वाले लोग इस संक्रमण को फैला सकते हैं। इसलिए यह अभियान जरूरी है। इसके लिए जिले में तैयारी की जा रही है। जिला वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर देवानंद श्रीवास्तव का कहना है कि अभियान घर-घर जाकर चलाया जाएगा। बच्चों को पोलियो रोकने की दवा दी जाएगी।