नाहन (हिमाचल प्रदेश)। सिरमौर पुलिस ने डिजिटल विजन इंडिया कालाअंब दवा उद्योग में बच्चों की जानलेवा दवा बनाने वाले केमिस्ट योगेश मासिन को 19 दिन बाद हरियाणा से हिरासत में लेकर नाहन लाया गया है। जिला यमुनानगर के सढ़ोरा निवासी योगेश काफी समय से इस कंपनी में बतौर मेन्युफेक्चरिंग केमिस्ट कार्यरत था। उसकी देखरेख में ही दवाएं बनती थी। बता दें कि इस कंपनी में बनी कोल्ड बेस्ट पीसी सिरप की वजह से जम्मू-कश्मीर के रामनगर में 12 और पंजाब के पटियाला में एक बच्चे की मौत हो गई थी। फरवरी में जम्मू-कश्मीर के राज्य दवा नियंत्रक ने हिमाचल व हरियाणा राज्यों के ड्रग कंट्रोलर से इस उद्योग के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखकर दवाओं के सैंपल लिए थे। हिमाचल प्रदेश राज्य दवा नियंत्रक की टीम ने 15 से 18 फरवरी तक कालाअंब में दबिश देकर दवा के सैंपल लेकर उत्पादन बंद करवाया। दो मार्च को सैंपल रिपोर्ट फेल आने पर उद्योग को सील कर दिया। उसी रात हिमाचल राज्य दवा नियंत्रक ने कालाअंब पुलिस थाना में उद्योग मालिकों, पदाधिकारियों व कच्चा सामान सप्लाई करने वालों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने उद्योग को रॉ मैटीरियल सप्लाई करने वाले विभोर चितकारा को हरियाणा के अंबाला से गिरफ्तार किया था। कोर्ट से उसे 11 मार्च को जमानत मिली। अभी कंपनी मालिक व अन्य पदाधिकारी फरार हैं। जिला सिरमौर पुलिस अधीक्षक अजय कृष्ण शर्मा ने बताया कि आरोपी योगेश मासिन से पूछताछ की जा रही है।