नई दिल्ली : अनुसंधानकर्ताओं ने सुअर की त्वचा से तैयार कॉर्निया ‘इम्प्लांट’ से भारत और ईरान के 20 मरीजों के आंखों का रोशनी लौटाने में सफलता प्राप्त की है।

कॉर्निया के प्रतिरोपण से जुड़ी सर्जरी से पहले इनमें से अधिकतर मरीज दृष्टिहीनता का सामना कर रहे थे।

यह अनुसंधान ‘जर्नल नेचर बायोटेक्नोलॉजी’ में प्रकाशित किया गया। इससे कॉर्निया (आंखों की पुतली की रक्षा करने वाला सफेद कठोर भाग) में विकार के चलते दृष्टिहीनता या कम रोशनी की शिकायत से जूझ रहे मरीजों के लिए उम्मीद की नयी किरण जगी है।

अंतरराष्ट्रीय अनुसंधानकर्ताओं के एक दल‍ ने मरीजों में मानव डोनर से प्राप्त कॉर्निया की जगह सुअर की त्वचा से तैयार कॉर्निया ‘इम्प्लांट’ प्रतिरोपित किया। इस दल में एम्स दिल्ली के अनुसंधानकर्ता भी शामिल थे।