अहमदाबाद। राजस्थान राज्य औषधि नियंत्रक द्वारा जॉनसन एंड जॉनसन बेबी शैंपू की खराब गुणवत्ता की बात सामने आने के बाद अब गुजरात खाद्य एवं औषधि नियंत्रण प्राधिकरण भी सतर्क हो चला है। प्राधिकरण ने जॉनसन शैंपू के सैंपल की जांच के आदेश दे दिए है। गुजरात के खाद्य एवं औषधि आयुक्त एचजी कोशिया ने बताया कि हर साल राज्य में 15 हजार दवाओं व प्रसाधन के सैंपल की जांच होती है। राजस्थान के जांच परिणाम को देखते हुए जेएंडजे बेबी शैंपू की जांच प्राथमिकता के आधार पर करने के आदेश दिए हैं। गौरतलब है कि हाल ही में राजस्थान में सैंपलों की जांच में जेएंडजे बेबी शैंपू को गुणवत्ता के मुताबिक नहीं पाया गया था। राज्य औषधि नियंत्रक ने दो बैच के सैंपलों के परीक्षण में कार्सिनोजेनिक कंटेंट पाया था। सैंपलों की जांच में फार्मएल्डिहाइट पाया गया, जो एक कार्सिनोजेन है। राजस्थान औषधि नियंत्रक ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह सुनिश्चित करें कि जेएंडजे बेबी शैंपू के स्टॉक का इस्तेमाल न होने पाए। गुजरात में परीक्षण के बारे में कोशिया का कहना है कि जांच के परिणाम 2-3 सप्ताह में आ जाएंगे। बहरहाल, गुजरात के इस कदम के पीछे भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) की कोई भूमिका नहीं है। हमने स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।