उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के हमीदपुर, गोपालापुर में झोलाछाप डॉक्टर ने बच्चे की डिलीवरी के बाद नवजात शिशु की जान ले ली ।

प्रसूता का आरोप है कि इलाज में डॉक्टर की लापरवाही के कारण उसकी मौत हो गई। इतना ही नहीं डॉक्टर के खराब इलाज के कारण उसकी बच्चेदानी को भी नुकसान पहुंचा है।

मामला चंदौली जिले के हमीदपुर गोपालापुर का है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि गोपालापुर में बाबू नाम का झोलाछाप डॉक्टर है। पिछले शनिवार (17-18 जुलाई) एक गर्भवती महिला इलाज कराने बाबू के क्लिनिक गई थी। ‘क्लिनिक के डॉक्टर’ ने मरीज की हालत गंभीर बताकर एडमिट करने का दबाव बनाया। डिलीवरी के दौरान हुई परेशान के कारण बच्चे की मौत हो गई।

पीड़ित पक्ष का आरोप है कि खुद को डॉक्टर बताने वाले बाबू के पास क्लीनिक चलाने का कोई लाइसेंस नहीं है।
झोलाछाप डॉक्टर ‘बाबू’ पर गर्भवती को भर्ती करने के बाद उससे 60, 000 रुपये ऐंठने के आरोप लगे हैं। पीड़ितों के मुताबिक क्लिनिक में उनसे कहा गया कि 60 हजार रुपये जमा किए बिना ऑपरेशन नहीं होगा।
इस संबंध में पीड़ित पक्ष ने सीएमओ के यहां ज्ञापन दिया है।