हिसार। नगर निगम में पटेल नगर स्थित जुनेजा क्लीनिक के संचालक डा. महेंद्र जुनेजा एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। इस बार चर्चा उनके पटेल नगर स्थित क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की है। टीम ने यहां करीब छह घंटे तक रहकर दस्तावेजों को खंगाला, इसके बाद दस्तावेज जांच के लिए जब्त कर लिए गए। वहीं दस्तावेज के बाद क्लीनिक में से कई दवाओं के सैंपल भी लिए हैं और अन्य दवाओं को सील कर दिया गया। सिर्फ यह नहीं बल्कि टीम ने उनकी मेडिकल की शिक्षा से जुड़े प्रमाण पत्र भी जांच के लिए जब्त किए हैं।

हालांकि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग व ड्रग कंट्रोलर की तरफ से कोई भी जवाब देने से इनकार कर दिया गया। वहीं क्लीनिक पर छापेमारी के मामले के बाद अब डा. जुनेजा का कहना है कि छापेमारी करने आई टीम ने उन्हें शिकायत बारे जानकारी नहीं दी और ना ही कोई दस्तावेज दिखाया। टीम ने यहां चेकिग की और जांच के संबंध में स्थिति साफ भी नहीं की है, हालांकि कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर लिए गए हैं।

हाल ही में डा. जुनेजा के घर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा उनके पास चाय के आमंत्रण पर पहुंचे थे। उस दौरान डा. जुनेजा ने दीपेंद्र हुड्डा से हुई मुलाकात को औपचारिक बताते हुए कांग्रेस ज्वाइन करने की अटकलों को खारिज किया था। डा. जुनेजा ने बताया कि उन्होंने पहले भी कहा था कि वह भाजपा पार्टी में है। दीपेंद्र हुड्डा से मिलने के दौरान उनके कांग्रेस में जाने की अटकलें लगाई गई थी। लेकिन अभी ऐसा कुछ नहीं है।

गौरतलब हो कि डॉ. जुनेजा करीब चार साल पहले हुए नगर निगम चुनाव में वार्ड 17 से भाजपा के सिम्बल पर चुनाव लड़कर जीते थे। कुछ समय से वह निगम में हुए विकास कार्यों को लेकर मुखर रहे। स्वयं के वार्ड के सफाई कार्यों की अनदेखी को लेकर भी वह आवाज उठाते थे।

बीते दिनों क्षेत्रवासियों की सीवरेज समस्या पर उन्होंने ब्लॉक सीवरेज की समस्या से निजात पाने के लिए खुद कस्सी उठा ली थी। उनका कहना था कि जनस्वास्थ्य विभाग के प्रशासन को बार-बार शिकायत करने पर भी समाधान नहीं हो रहा था। निगम हाउस की बैठकों में भी वह विकास कार्यों की अनेदखी पर अपनी आवाज बुलंद करते रहे।