हैदराबाद। डीसीए (ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन) तेलंगाना ने सूर्यापेट जिले के मैटमपल्ली गांव में छापेमारी की है। टीम ने दवाओं के अवैध स्टॉक करने और नशीली दवाओं को अत्यधिक कीमतों पर बेचने के संदेह में रेड की। छापेमारी के दौरान डीसीए ने कोडीन युक्त कफ सिरप और नाइट्राजेपम टैबलेट जब्त की हैं।
अधिकारियों ने अवैध रूप से स्टॉक करके बेची जा रही दवाओं को जब्त कर लिया। डीसीए के महानिदेशक वीबी कमलासन रेड्डी के अनुसार यह छापामारी उत्पाद शुल्क विभाग के अधिकारियों के साथ की गई।
यह है मामला
औषधि नियंत्रण अधिकारियों ने बताया कि नशे की आदत बनाने वाली दवाओं के अवैध भंडारण और बिक्री की पुख्ता सूचना मिली थी। टीम ने उत्पाद शुल्क विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर सूर्यापेट जिले के मैटमपल्ली गांव में छापेमारी की।
इस दौरान अधिकारियों को पता चला कि मैटमपल्ली गांव में न्यू दुर्गा भवानी मेडिकल स्टोर्स के संचालक रामवत रवींद्र नाइक ने अपने घर पर आदत बनाने वाली दवाओं का स्टॉक किया था। वइ उन्हें अवैध रूप से नशे की लत वाले लोगों को अत्यधिक कीमतों पर बेच रहा था।
10 प्रकार की दवाओं का अवैध स्टॉक मिला
आरोपी रामावत ने अपने आवास पर अवैध रूप से 10 प्रकार की दवाओं का स्टॉक किया था। इनमें से दो प्रकार की आदत बनाने वाली दवाएं भारी मात्रा में पाई गईं। अधिकारियों को छापेमारी के दौरान कोडीन युक्त कफ सिरप की 80 बोतलें और नाइट्राजेपम की 150 गोलियां मिलीं। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने 20,414 रुपये का स्टॉक जब्त किया।
बताया गया कि आरोपी नाइक ने वेंकट साई सर्जिकल डिस्ट्रीब्यूटर, कोडाद और साई दुर्गा फार्मा, कोडाद से आदत बनाने वाली दवाएं खरीदीं। डीसीए अधिकारियों द्वारा दो एजेंसियों पर छापे मारे गए और रामवत रवींद्र नाइक को भारी मात्रा में आदत बनाने वाली दवाओं की सप्लाई का पता चला।