यूपी के स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से बचाव के लिए कमर कस लिया है, क्योंकि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को मंगलवार को दिशा-निर्देश दिए हैं।
पाठक ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में डेंगू का एक मरीज मिलने पर आसपास 60 घरों में स्क्रीनिंग की जाए। डेंगू के लक्षण के आधार पर पहले कार्ड जांच कराई जाए और फिर डेंगू की एलाइजा जांच कराई जाए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश के बाद जलभराव होने से मच्छरों के पनपने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में एंटीलार्वा का छिड़काव कराया जाए और फॉगिंग की व्यवस्था की जाए।
जिन क्षेत्रों में खाली प्लाट पर पानी भरने के कारण मच्छर पनप रहे हों, उस प्लाट मालिक को नोटिस जारी कर उसकी साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सभी अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को हर हाल में मच्छरदानी में ही रखा जाए, ताकि दूसरे अन्य रोगियों को डेंगू से बचाया जा सके। अस्पतालों में दवाओं व डेंगू के भी बेहतर इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।
डेंगू एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने के कारण होता है। इसमें तेज बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते पड़ जाते हैं।