नई दिल्ली। रोहिणी में स्थित जयपुर गोल्डन अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली। बच्चे के ऊपर का होंठ कट गया था। इसमें टांके लगाने के बाद दर्द बंद करने के लिए डॉक्टरों ने पेन किलर का इंजेक्शन दिया था। इसके एक घंटे बाद ही बच्चे ने दम तोड़ दिया।

परिजनों के अनुसार बच्चे का होंठ कटने पर वे इलाज के लिए जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल लाए। यहां डॉक्टरों ने एक छोटी सी सर्जरी के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया लेकिन बच्चा सर्जरी के बाद भी एक घंटे तक रोता रहा। उन्होंने डॉक्टरों से इसकी शिकायत की। डॉक्टरों ने बच्चे को वापस लेकर उसे पेन किलर दे दिया जिसके बाद बच्चा पूरी तरह से शांत हो गया और हिलना-डुलना भी बंद कर दिया। जब डॉक्टरों को दोबारा इसकी सूचना दी गई तो वह आये और बच्चे का चेक-अप किया। चेक-अप के बाद उन्होंने आनन-फानन में उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया। करीब 1 घंटे तक आईसीयू में रखने के बाद उन्होंने बताया कि दवा के रिएक्शन के कारण बच्चे की मौत हो गई है। जब परिवार ने मेडिकल सुपरिटेंडेंट से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि ये दवा के रिएक्शन का मामला है और इसमें कुछ नहीं किया जा सकता। इसके बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।