झज्जर (हरियाणा)। ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट में बदलाव पर श्री सनातन धर्म इंस्टीयूट ऑफ फार्मेसी एंड मेडिकल टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों ने विरोध जताया। संस्थान के प्राचार्य संदीप कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट में बदलाव करके फार्मासिस्ट को उसके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय का यह प्रस्ताव फार्मासिस्ट के अधिकारों के विरुद्ध है। इस प्रस्तावित बदलाव में स्वास्थ्य विभाग में आशा वर्कर एवं नर्स को दवा वितरण व भंडारण का अधिकार दिया जा रहा है। जबकि पूर्व में सिर्फ रजिस्टर्ड प्रैक्टिशनर को ही यह अधिकार दिया गया है। सरकार इस प्रस्ताव में अप्रशिक्षित लोगों को दवा बांटने का अधिकार दे रही है। यह आम लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ है। फार्मेसी के स्टूडेंट्स ने बताया कि फार्मासिस्ट की पढ़ाई में दवा निर्माण, संरक्षण, भंडारण, उपयोग व प्रतिक्रिया के बारे में सिखाया जाता है। फार्मासिस्ट को दवा की मात्रा उपयोग दवा कि भोजन के साथ प्रतिक्रिया की जानकारी होती है। दवा को असुरक्षित हाथों में देना आम जनजीवन के साथ खिलवाड़ करने का फैसला है। ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट में बदलाव करने का विरोध कर रहे छात्रों ने कहा कि सरकार इस एक्ट को तुरंत प्रभाव से रद्द करे। इस मौके पर संस्थान के प्राचार्य संदीप कुमार, लेक्चरर प्रवीन कुमारी, अंजू, प्रीति, विकास, प्रीति चौधरी, नीतू, धीरज भाटिया, विशाल नारा, मुस्कान, किरन, रीतिक, प्रवीन, शशि, आरती, सोनिया, हिमांशु, विनय, तरूण, सचिन, सूरज, सुविधा मौजूद रहे।