संबलपुर। नशे का कारोबार खुलेआम चल रहा है। बतादें कि ड्रग्स कंट्रोल विभाग की संयुक्त टीम ने नशे का जखीरे के साथ आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। गौतलब है कि छह महीने बाद एक बार फिर जिला आबकारी विभाग और जिला ड्रग्स कंट्रोल विभाग की संयुक्त टीम ने उपनगर बुर्ला में नशा कारोबारी राजकिशोर धीमान के घर पर छापेमारी कर नशे का जखीरा जब्त किया है।

आरोपित राजकिशोर के घर से 1200 नशे की गोली और 296 बोतल कफ सिरप जब्त करने समेत उसके खिलाफ अपराध दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब है कि छह महीने पहले, संबलपुर जिलाधीश शुभम सक्सेना के निर्देश पर छापेमारी के दौरान राजकिशोर बचकर भाग निकला था जबकि उसके पूजा घर में बने तहखाने से आबकारी और ड्रग्स विभाग ने 1150 नशे की गोली और 238 बोतल कफ सिरप जब्त किया था। बतादें कि शिक्षानगरी में नशा कारोबार चलाकर वह विद्यार्थियों के भविष्य को अंधेरी गलियों में धकेलने की कोशिश कर रहा है।

इसके लिए लोग बुर्ला पुलिस की निष्कि्त्रयता को जिम्मेदार बता रहे है। सूबे में शिक्षानगरी के रूप में प्रसिद्ध उपनगर बुर्ला के गुरुद्वारा कॉलोनी में रहने वाले नशा कारोबारी राजकिशोर धीमान द्वारा फिर से नशा कारोबार शुरू कर दिए जाने की सूचना मिलने के बाद बुधवार को अपराह्न आबकारी और ड्रग्स कंट्रोल की संयुक्त टीम ने राजकिशोर के घर पर छापेमारी कर नशे का यह जखीरा जब्त किया।

बताया जा रहा है कि छह महीने पहले हुई छापेमारी के दौरान फरार राजकिशोर कुछ महीने तक गायब रहा और फिर मामला ठंडा पड़ते ही अपना नशा कारोबार फिर से शुरू कर दिया। स्थानीय पुलिस की नजर बचाकर आरोपित यहां कफ सिरप का कारोबार कर रहा था। बताया जाता है कि आरोपित आस पास के ग्रामीण इलाकों में भी कफ सिरप की आपूर्ति किया करता था।