पटना। लखीसराय में औषधि निरीक्षक रवींद्र मोहन पर हुए हमले के विरोध में डिप्लोमा फार्मासिस्ट ऑर्गनाइजेशन, बिहार छात्र प्रकोष्ठ के सदस्यों ने शहर में मार्च निकाला। मार्च में शामिल छात्र हाथों में मशाल थामे हुए थे। उन्होंने कहा कि औषधि निरीक्षक पर हमले की जितनी निंदा की जाए, वह कम है। जब ड्रग इंस्पेक्टर एक क्लीनिक में बनी दवा दुकान की जांच करने गया तो क्लीनिक के चिकित्सक व दवा दुकानदार ने उन्हें पीटकर घायल कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से इस वारदात में शामिल दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। भावी फार्मासिस्टों ने औषधि निरीक्षकों को सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की। साथ ही हर दवा दुकान पर नियमानुसार लाइसेंस डिस्प्ले करने की मांग की ताकि लोगों को पता चल सके कि दुकान में फार्मासिस्ट है या नहीं। इसके अलावा, हर दवा दुकान पर फार्मासिस्ट की उपस्थिति में ही दवा का वितरण व भंडारण किए जाने की बात कही। छात्रों ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। विरोध मार्च में अरविंद कुमार, रजत राज, राहुल कुमार व मनीष कुमार आदि मौजूद रहे।