डूंगरपुर (राजस्थान)। दवा दुकानों की आड़ में अवैध क्लीनिक चलाने की सूचना मिलने पर चिकित्सा विभाग ने एक साथ 20 स्थानों पर दबिश दी। सीएमएचओ डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि दबिश के दौरान तीन मेडिकल स्टोर पहले से ही बंद मिले। उनके दरवाजों पर नोटिस चस्पा कर सील कर दिया है। इसके अलावा दो स्थानों पर फर्जी तरीके से ऐलोपैथिक दवाओं की बिक्री करते पाया गया। यही नहीं, एक-दो कमरों में पूरा क्लीनिक चलता मिला, जहां मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड भी रखे हुए थे। इस पर इन झोलाछाप के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज करवाया गया है। साथ ही, पुलिस ने दोनों झोलाछाप बंगाली डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा, सीमलवाड़ा क्षेत्र में भी झोलाछाप नीम-हकीम पर दबिश की कार्रवाई की गई।
चिकित्सा विभाग की टीम ने खेड़ासा गांव में झोलाछाप राहुल विश्वास पुत्र आनंद विश्वास निवासी कोलकाता के क्लीनिक पर दबिश दी। यहां अवैध तरीके से अंग्रेजी दवाइयां रखी हुई थी। इनके पास कोई चिकित्सा संबंधी डिग्री भी नहीं थी। डॉ. राहुल विश्वास के खिलाफ चितरी थाने में केस दर्ज करवा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, टीम ने बग्गी में गुरुकृपा क्लीनिक पर दबिश दी। यहां झोलाछाप शैलेष पटेल के पास बीएचएमएस की डिग्री थी, लेकिन दवाइयां अंग्रेजी की मिली। यहां से अंग्रेजी एलोपैथिक दवाइयां, इंजेक्शन, ड्रिप बरामद हुई। आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।