रायपुर (छ.ग.)। ग्रेड पे और पदनाम बदलने के साथ ही नर्सिंग अलाउंस समेत 6 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर की नर्सें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई हैं। नर्स संगठन की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो रही हैं। अम्बेडकर अस्पताल में नर्स हड़ताल का पड़ा बुरा असर पड़ा है। यहां की 400 के करीब नर्सों ने हड़ताल कर दी है। इसी के साथ प्रदेशभर में 3000 नर्स इस हड़ताल में शामिल हो गई हैं।
बता दें कि नर्सिंग स्टाफ की छह सूत्रीय मांगें तीन साल से लंबित हैं। इसमें स्टाफ नर्सों के कार्यों के अनुरूप ग्रेड दो का दर्जा और सातवां वेतनमान 4600 ग्रेड पर देने की मांग शामिल हैं। इसके विरोध में नर्सें हड़ताल पर चली गई हैं। राजधानी के ईदगाह भाठा मैदान में इकट्ठा होकर नर्सें अपना विरोध जता रही हैं। नर्सों की हड़ताल से सरकारी अस्पतालों की सेवाएं प्रभावित हो रही है। वहीं छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े अम्बेडकर अस्पताल के प्रबंधन का दावा है कि हड़ताल से कोई काम प्रभावित नहीं होगा। दूसरी तरफ परिचारिका संघ की अध्यक्ष नीलिमा शर्मा का कहना है कि शासन हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है, इसलिए हमने आंदोलन का फैसला लिया है।