पंचकूला। सरकार एक ओर स्वास्थ्य खर्च कम करने के लिए दवाओं की कीमत को रेगुलराइज कर रही है, वहीं कई दवाइयां अभी भी बहुत महंगी हैं। ज्यादातर कैमिस्ट दवा बिल पर उपभोक्ता को 15 फीसदी तक का डिस्काउंट दे देते हैं। कुछेक यह छूट नहीं भी देते। दूसरी ओर, कई ई-कॉमर्स कंपनियां दवाओं पर 50 फीसदी की छूट का ऑफर देकर लुभाने में लगी हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आधी कीमत पर मिलने वाली ये दवाइयां गुणवत्ताविहीन तो नहीं। या फिर इनकी बिक्री के पीछे कोई और नया खेल है?

इसी कड़ी में दवा बेचने वाली वेबसाइट NETMEDS.COM ने नया ऑफर पेश किया है। यह अपने ग्राहकों को दवाओं पर 69 फीसदी तक का डिस्काउंट दे रही है। कंपनी ने ‘एमआरपी का दी एंड’ के नाम से नया ऑफर लॉन्च किया है, जो 30 अप्रैल तक चलेगा। इसी ऑफर के तहत इतना डिस्काउंट दिया जा रहा है। बताया गया है कि कंपनी सबसे पहले फ्लैट 10 फीसदी का डिस्काउंट एमआरपी पर दे रही है। इसके बाद 40 फीसदी एनएमएस सुपरकैश मिलेगा। इसके अलावा पेटीएम से भुगतान करने पर 10 फीसदी पेटीएम कैशबैक भी मिलेगा। उदाहरण के तौर पर अगर आपने 100 रुपए की खरीददारी की तो आपको 10 रुपए का तो सीधा डिस्काउंट मिलेगा। उसके बाद 90 रुपए का 40 फीसदी यानी 36 रुपए एनएमएस सुपरकैश मिलेगा। ये आपके वॉलेट में रहेगा। जब आप दोबारा खरीददारी करेंगे तो वॉलेट में पड़े इस कैश का यूज कर सकते हैं। यहां से मिलने वाली दवाइयां गुणवत्ता की कसौटी पर कितनी खरी हैं, यह तो सरकारी स्तर पर जांच के बाद ही तय हो सकता है। फिर भी उपभोक्ताओं को सोच-समझकर ही दवाओं की खरीदारी करनी चाहिए। कहीं छूट के चक्कर में वे लुट न बैठें। हरियाणा औषधि विभाग को इन दवाइयों के सैंपलिंग जरूर करनी चाहिए कि कहीं ये आनलाइन गुणवत्ताविहिन दवाइयां तो नहीं बिक रहीं। अधिकतर दवा के थोक विक्रेता पंचकूला और अंबाला बताए जा रहे हैं। गेंद अब औषधि विभाग के पाले में है।