अपनी फार्मेसी शुरू करने वाला तीसरा संस्थान होगा पीजीआई 
 
चंडीगढ़। पीजीआई ने दवाएं और सर्जिकल सामान 70 फीसदी सस्ता देने की कवायद शुरू की है। पीजीआई में सस्ती दवाओं के लिए फार्मेसी शुरू की जाएगी। इसके बाद पहली मई से मरीजों को बाजार से करीब 70 फीसदी कम रेट पर दवाएं और सर्जरी का सामान मिलने लगेगा। फार्मेसी के लिए पीजीआई प्रशासन ने वेअर हाउस ड्रग डी-एडिक्शन सेंटर के पास जगह फाइनल कर दी है। दरअसल, थोक में खरीदी जाने वाली दवा और सर्जिकल सामान रखने के लिए जगह नहीं मिल पा रही थी। वेअरहाउस के लिए ऐसा स्थान चाहिए था, जहां बड़े ट्रक आकर आसानी से सामान उतार सकें। वेअर हाउस की एयर कंडीशनिंग का काम जल्द शुरू किए जा रहे हैं।
एम्स और जवाहर लाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन पुडुचेरी की तरह अपनी फार्मेसी शुरू करने वाला पीजीआई तीसरा संस्थान होगा। ये फार्मेसी मरीजों को 70 फीसदी तक डिस्काउंट देगी। पीजीआई फार्मा कंपनियों से सीधे दवाएं और सर्जिकल सामान खरीदेगा। फार्मेसी को बनाने के लिए गठित कमेटी के मेंबर का मानना है कि दवाओं और सर्जिकल सामान के महंगा होने का सबसे बड़ा कारण ही ये है कि फार्मा कंपनियां बहुत कम रेट पर सामान तैयार करती हैं, लेकिन डीलर, डिस्ट्रीब्यूटर और केमिस्ट के मुनाफे की वजह से मरीजों को दवाएं सस्ती नहीं मिलतीं। पीजीआई पहले ही कई फार्मा कंपनियों से सीधे दवाएं और सर्जिकल सामान लेने के लिए संपर्क कर चुका है। अब जितनी देर में वेअर हाउस तैयार होगी, पीजीआई दवाओं और सर्जिकल सामान बनाने वाली कंपनियों से टेंडर कॉल करके सीधी खरीद का प्रोसिजर भी पूरा कर लेगी।