रोहतक। फार्मा कंपनियां आजकल दवा बेचने के नए-नए फंडे आजमाने लगी हैं। इनमें नकली और अमानक दवा होने के साथ ही अब रैपर में टेबलेट या कैप्सूल की जगह केवल हवा भरी मिलने लगी है। यूं कहें कि फार्मा कंपनियां अब दवा के नाम पर हवा भी बेच रही हैं। ऐसा ही एक नया मामला रोहतक शहर के मेडिकल स्टोर पर देखने को मिला। ग्राहक श्रवण कुमार ने स्थानीय मेडिकल स्टोर से दवा ‘कैल्सीमार्क-डी3’ नामक कैप्सूल का एक पत्ता खरीदा। घर ले जाने पर उसने जब इसे ध्यान से देखा तो पाया कि रैपर में कैप्सूल के स्थान पर हवा भरी हुई थी।  यूनीकाइंड बायोसाइंस की इस दवा के रैपर पर बैच नंबर 17117 और एमआरपी 98 रुपए अंकित है। मैन्यूफेक्चर्र डेट 3/2018 और एक्सपायरी डेट-8/2019 है। जब श्रवण ने संबंधित मेडिकल स्टोर संचालक के पास जाकर शिकायत की तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया। बता दें कि ऐसा ही एक और मामला पिछले दिनों अंबाला में भी सामने आया था।  वहां भी एंड रोज फार्मा निर्मित इंफेक्शन की दवा के पत्ते पर बाकायदा बैच नंबर एसी 7292, एमआरपी 85 रुपए (10 कैप्सूल), निर्माण तिथि मार्च-2018 तथा एक्सपायरी तिथि फरवरी 2020 अंकित मिली। परंतु कैप्सूल में हवा भरी हुई थी। हैरानी की बात ये है कि हिमाचल की इस दवा के रैपर पर कंपनी का संपर्क नंबर के स्थान पर चंडीगढ़ स्थित सरकारी लैब का नंबर अंकित किया गया था।