बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) : चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) दफ्तर में रखी दवा खरीद की फाइलों को चूहें कुतर गए। यह घटना तब उजागर हुई जब एनआरएचएम के तहत वर्ष 2010-11 में दवा खरीद घोटाले की जांच के संदर्भ में फाइलें सीबीआई ने मांगी। कई फाइलें चूहों ने खा रखी थी। रिकॉर्ड की फाइलें अधकचरी होने से थोड़ी दिक्कत आई। वहीं, एएनएम और फार्मासिस्ट के बयान दर्ज नहीं हुए।
दरअसल, नेशनल हेल्थ मिशन में घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने सीएमओ कार्यालय से दवा खरीद के लिए भेजे गए प्रस्ताव, कंपनियों कीकोटेशन, आपूर्ति और सीएचसी-पीएचसी पर भेजी गई दवाओं का रिकॉर्ड से जुड़ी फाइलें मांगी थी। कर्मचारी दिनभर अलमारियां खंगालते रहे और फाइलें सीबीआई अधिकारी को देते रहे। लेकिन कई फाइलें ऐसी मिली जिन्हें चूहों ने नष्ट कर डाला। कई फाइलों के दस्तावेज सीलन के कारण अपठनीय स्थित में पाए गए। कर्मचारियों से जब फाइलों से जुड़ी जानकारी पूछी गई तो उन्होंने इस बारे में बताने से साफ मना कर दिया। इतना बताया कि फाइलें काफी पुरानी हो गई थी और चूहे कुतर गए। सीबीआई अधिकारी कुछ महत्वपूर्ण कागजातों की फोटो कॉपी साथ ले गए। सूत्रों की मानें तो दवा खरीद घोटाले में स्वास्थ्य विभाग के जिन अधिकारियों पर उंगली उठ रही है, उनके चेहरे उतर गए हैं। सीएमओ डॉ. रमेश चंद्र ने सीबीआई द्वारा दवा खरीद से जुड़ी फाइल और रिकॉर्ड जांचने की पुष्टि की है।