लालगंज। उत्तर प्रदेश के लालगंज से दवा दुकानदारों के लिए जरूरी खबर है। यहां बिना लाइसेंस के ही दवा बेचने का काम किया जा रहा है। इसके पीछे जिले के अधिकारियों की लापरवाही एक मुख्य कारण बताया गया है लेकिन अब हालात बदलने की उम्मीद जगी है।
बताया गया है यहां लगभग एक दर्जन दवाओं के थोक विक्रेता है और दो दर्जन से अधिक फुटकर दवाओं की दुकान है। जिले के उच्चाधिकारियों की लापरवाही की वजह से फुटकर दवा विक्रेता बिना लाइसेंस के और बिना फार्मासिस्ट के ही मरीजों को दवा देने का काम करते हैं।
वहां के लोग बताते है कि इधर आधे ये ज्यादा मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट नहीं है। जिले से उच्चाधिकारी आते तो जरूर हैं लेकिन जिनके पास लाइसेंस है उन्हीं की दुकानों पर जाते हैं। बिना लाइसेंस वाली दुकानों पर जाने की जहमत नहीं उठाते।
वहीं ड्रग इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट का होना न होना उसके लाइसेंस के कंडीशन पर निर्भर है। हालांकि ड्रग इंस्पेक्टर ने साफ किया कि अगर कभी चेकिंग के दौरान फार्मासिस्ट नहीं मिलता है या बगैर लाइसेंस के दुकान खोली गई है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।