अजमेर। शास्त्रीनगर स्थित भारत हॉस्पिटल परिसर में बनी दवा दुकान पर आए मरीज के परिजन को एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन बेचने का मामला सामने आया है। गनीमत यह रही कि उक्त इंजेक्शन इस्तेमाल करने से पहले ही उस पर लिखी एक्सपायरी डेट पर नजर में आ गई। मरीज के परिजनों ने जब मामले की शिकायत ड्रग कंट्रोलर राजस्थान, सीएमएचओ और जिला पुलिस अधीक्षक को की तो संबंधित विभाग के अधिकारी हरकत में आए। औषधि नियंत्रक अधिकारी मनीष कुमार मोदी अपनी टीम के साथ मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन कब्जे में ले लिया। इसके अलावा, मेडिकल स्टोर पर फैली अनियमितताओं की रिपोर्ट बनाकर आला अधिकारियों को सौंपी गई है। नागौर परबतसर के रहने वाले सुशील चौधरी ने बताया कि पेशे से किसान उसके मामा जयराम शास्त्रीनगर स्थित भारत हॉस्पिटल में भर्ती हैं।
उन्हें सांस लेने में हो रही परेशानी के बाद घरवालों ने यहां भर्ती कराया था। अस्पताल में इंजेक्शन और टैबलेट लिखकर दी गई, जिसे लेने के लिए वह अस्पताल परिसर में स्थित एसडीएमएचडीसी मेडिकल स्टोर पर पहुंचा। उसने स्टोर से दो इंजेक्शन खरीदे। दोनों ही एक्सपायरी डेट के थे। इंजेक्शन पर अप्रैल माह में एक्सपायरी होने की जानकारी प्रिंट थी। इसका बिल भी दिया गया। मेडिकल स्टोर संचालक को जब एक्सपायरी डेट के बारे में बताया तो उसने एक इंजेक्शन लेकर दो नए इंजेक्शन दे दिए। सुशील चौधरी ने आरोप लगाया है कि एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन की शिकायत करने के बाद उसके मामा जयराम को भारत हॉस्पिटल ने तुरंत डिस्चार्ज कर दिया। घर वाले उन्हें लेकर जेएलएन अस्पताल पहुंचे। वहां भर्ती कराया गया।
इस संबंध में औषधि नियंत्रक मनीष कुमार मोदी ने बताया कि भारत हॉस्पिटल और मेडिकल दोनों अलग-अलग हैं। मेडिकल स्टोर से एक्सपायरी डेट का एक इंजेक्शन बरामद हुआ है। स्टोर संचालक ने जानकारी दी है कि वह यह इंजेक्शन मां के लिए निजी इस्तेमाल के लिए लाया था। भूलवश ग्राहक को दे दिए, एक्सपायरी डेट का पता चलते ही इंजेक्शन बदल दिए गए थे।