आरा (बिहार)। भोजपुर केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने दवा नीति में संशोधन नहीं किए जाने पर आंदोलन की धमकी दी है। इस संबंध में एसोसिएशन की एक बैठक जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में दवा विक्रेताओं ने कहा कि हम बिहार सरकार द्वारा प्रदत ड्रग लाइसेंस पर दवा का व्यवसाय करते हुए अपना जीवन यापन करते ही हैं। साथ ही अपने यहां वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों का भी भरण-पोषण करते हैं। हम फार्मासिस्ट की अनिवार्यता में व्यवहारिक नीति अपनाते हुए संशोधन की मांग करते हैं ताकि बिहार राज्य औषधि नियंत्रण प्रशासन के द्वारा जारी अनुज्ञप्तिधारी दुकानदारों को फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के नाम पर विभाग के पदाधिकारियों के द्वारा शोषण व प्रताडि़त नहीं किया जाए। दवा दुकानदारों ने बिहार में दवा दुकानदारों की संख्या में फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जब तक यह उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो जाए, तब तक पूर्व में निर्गत अनुज्ञप्तिधारी खुदरा दवा दुकानदारों की यथास्थिति बनाया जाए और अनुज्ञप्तिधारी दुकानदार के ऊपर निरीक्षण के दौरान तकनीकि गलती पर ड्रग एक्ट में दिए गए प्रावधान के ऊपर दण्ड सुनिश्चित हो, न कि निरीक्षण करने वाले अफसरों की संतुष्टि व असंतुष्टि के आधार पर मांग की। दुकानदारों ने कहा कि यदि सरकार इस नीति में संशोधन नहीं करती है तो बीसीडीए बिहार के आह्वान पर आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। आगामी 1 सितंबर से सभी थोक व खुदरा दवा विक्रेता अनिश्चितकालीन बंदी पर चले जाएंगे। इस दौरान उपभोक्ताओं को होने वाली कठिनाइयों के लिए राज्य सरकार व विभागीय प्रशासन जिम्मेवार होगा। बैठक में एसोसिएशन के सचिव अरविन्द कुमार, कोषाध्यक्ष राम उमेद पांडेय, पंकज कुमार सिंह, विनोद कुमार शर्मा, विनोद कुमार चौधरी, रमेश सिंह, संदीप कुमार सिंह, राजेन्द्र प्रसाद, मनोज कुमार पाठक, लवकुश केशरी, मो. इकबाल, श्रीभगवान चौधरी, जय प्रकाश केशरी, कृष्णा प्रसाद गुप्ता आदि मौजूद थे।