सोनीपत। दवा प्रतिनिधियों ने उन पर दबाव बनाने की स्थिति में दवा कंपनियों को कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। इस संबंध में दवा प्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में विभिन्न क्षेत्रों से आए एमआर ने अपने-अपने अनुभव साझा किए। बैठक की अध्यक्षता परमजीत ने की। एमआर ने संयुक्त रूप से निर्णय लिया कि दवा कंपनियों द्वारा एमआर पर कार्य से अधिक लोड डाला जा रहा है। इसके कारण प्रदेश में कई एमआर ने सुसाइड कर लिया है। आने-जाने का कोई समय निर्धारित नहीं है। राज्य सदस्य सागरकांत ने कहा कि एमआर को कार्य के अनुरूप वेतन दिया जाए। दवाइयां नहीं बिकने पर नाजायज दबाव बनाया जाता है। हर महीने नया टास्क दिया जाता है। इसके कारण एमआर बहुत तनाव में रहते हैं। अंबाला आदि कई स्थानों पर दबाव के कारण एमआर के खुदकुशी का मामले सामने आ चुके हंै। संगठन अब दवा निर्माता कंपनियों पर कानूनी कार्रवाई करने से भी नहीं हिचकेगा। बैठक में कपिल, उमेश, रजनीश, सागर, प्रवीन वर्मा आदि ने भी अपनी बात रखी।