मोहाली। सेहत विभाग की टीम ने गांव चनालों के फोकल प्वाइंट में चल रही एक फैक्टरी में छापा मारकर गैर-कानूनी तौर पर बनाई जा रही दवाइयों का जखीरा बरामद किया है। यहां ट्रामाडोल नामक दवाई बिना मंजूरी के बनाकर बेची जा रही थी।
जानकारी अनुसार सेहत विभाग, जिला मोहाली की ड्रग कंट्रोल टीम की ओर से शहर में पड़ते गांव चनालों की फैक्टरियों पर अचानक छापेमारी की गई। ड्रग्स कंट्रोलर इंस्पेक्टर मनप्रीत कौर, नवदीप कौर, अमित लखनपाल के नेतृत्व में टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर संयम हेल्थकेयर और एनडी फार्मा फैक्टरियों पर छापेमारी की और फैक्टरियों में तैयार की दवाइयों की जांच की। इसी दौरान रिकॉर्ड की जांच-पड़ताल के दौरान सामने आया कि एनडी फार्मा फैक्टरी की ओर से ट्रामाडोल नामक दवाई गैर-कानूनी तौर पर बिना मंजूरी के बनाकर पंजाब सहित यूपी आदि राज्यों में सप्लाई की गई है। मांगने पर कंपनी के अधिकारी इस संबंधी कोई कागजात नहीं दिखा सके।
कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम के अधिकारियों ने बताया कि कंपनी ने बैन दवाई ट्रामाडोल की एक लाख गोलियां बनाकर बेची हंै। गैर-कानूनी तौर पर दवाई तैयार करके बेचने का यह मामला ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एकट की सीधे उल्लंघना है। इस कार्रवाई दौरान टीम ने फैक्टरी में से दवाइयों के तीन सैंपल लिए हैं जो कि जांच और विश्लेषण के लिए लैब में भेजे गए हैं। टीम ने बताया कि यह मामला उच्च अधिकारियों के ध्यान में ला दिया गया है और गैर-कानूनी तौर पर दवाई तैयार करने को लेकर फैक्टरी के खिलाफ अदालती केस बनाने के लिए ज्वाइंट कमिश्नर, ड्रग्स को रिपोर्ट भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि फैक्टरी में बेचने के लिए तैयार की दवाइयों का भंडार जब्त कर लिया है। इसी दौरान सिविल सर्जन मोहाली डॉ. रीटा भारद्धाज ने बताया कि सेहत विभाग की ओर से मिशन तंदरुस्त पंजाब के तहत दवाइयों की दुकानों और फैक्टरियों पर लगातार छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस छापेमारी का उद्देश्य किसी फैक्टरी मालिक या दुकानदार को तंग परेशान करना नहीं बल्कि लोगों के लिए असली और असरदार दवाइयां उपलब्ध करवाना है। इस मुहिम में फैक्टरी मालिकों और कैमिस्टों को भी सहयोग देना चाहिए ताकि लोगों को सही और असली दवाइयां मिल सकें। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे खुद भी दवाई खरीदने से पहले अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें और नकली दवाइयों के बारे में सेहत विभाग को सूचित करें।