मुजफ्फरनगर। जिला परिषद् मार्केट में गुरुवार को हुई छापेमारी मे नशीली दवाइयों के साथ बड़ी संख्या में एक्सपायरी दवाओं का जखीरा पकड़ा गया। प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में एक्सपायरी दवाइयों का पूरा स्टाक निकालकर जांच करने में औषधि निरीक्षकों को छह घंटे से अधिक का समय लग गया। विभिन्न दवाओं के सैंपल लेने के बाद विभाग ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी। सिटी मजिस्ट्रेट- अभिषेक सिंह ने बताया कि डीएम के निर्देश पर जिला परिषद मार्केट में छापेमारी की गई। इसमें सुमित मेडिकल एजेंसी पर लाखों रुपये की एक्सपायरी दवाएं मिली है।
सहारनपुर से भी विभागीय अधिकारी जांच में जुटे हैं। जगदीश मेडिकल कंपनी से सैंपल लिए गए हैं। जांच पूरी होने के बाद नियमानुसार कार्रवाई होगी। बताया जा रहा है कि जनपद में तैनात औषधि निरीक्षक पर दो-दो जनपदों की जिम्मेदारी होने के कारण बाजारों में बिक रही नशीली और एक्सपायरी दवाइयों की बिक्री नहीं रोकी जा रही है। जिला प्रशासन के साथ निरीक्षण में बड़ी संख्या में एक्सपायरी दवाएं मिलने से कारोबारियों के खेल की पोल खुल गई है वहीं ड्रग विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है।
इससे पूर्व सिविल लाइन थानाक्षेत्र के महमूदनगर और नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव शेरनगर में एक्सपायरी दवाइयों का जखीरा बरामद किया गया था। ऐसे में ड्रग विभाग की नाक के नीचे नकली और एक्सपायर दवाइयों का खेल चलना समझ से परे हैं। सप्लाई की चैन तोड़ने के लिए बाजारों में भी जांच करने की तैयारी शुरू हो गई है। डीएम चंद्रभूषण सिंह के निर्देश पर गुरुवार को एडीएम वित्त एवं राजस्व आलोक कुमार व नगर मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह ने स्थानीय औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद को साथ लेकर जिला परिषद् मार्किट में दवा कारोबारियों की एजेंसियों पर छापेमारी की।
टीम ने थोक दवाइयों के विक्रेता जगदीश मेडिकल कंपनी और सुमित मेडिकल एजेंसी पर मिली दवाइयों की जांच की। दोनों दवा कारोबारियों के यहां कुछ दवाइयां संदिग्ध मिलने पर सैंपल लिए। वहीं सुमित मेडिकल एजेंसी पर टीम को कुछ एक्सपायरी दवाइयों की खेप मिली। इसके बाद वहां जांच शुरू हुई तो बहुमंजिला इमारत में लगे दवाइयों के स्टाक के बीच लाखों रुपये की एक्सपायरी दवाइयां और मिल गई। सिटी मजिस्ट्रेट ने इसकी जानकारी डीएम को दी। जिसके बाद सहारनपुर से औषधि प्रशासन विभाग से स्टाफ को बुलाया गया। देर शाम तक दवा कारोबारी के गोदाम पर 18 लाख रुपये से अधिक की एक्सपायरी दवाएं बरामद की गई।
इससे जिला परिषद मार्केट सहित जनपद के दवा व्यापारियों में हडकंप मचा रहा। औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद ने बताया कि 18 लाख की दवाएं शाम तक बरामद हो गई है। जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। बड़ी संख्या में एक्सपायरी दवाएं मिलने पर सहारनपुर से औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त विरेंद्र कुमार और औषधि निरीक्षक संदीप कुमार सहित अन्य स्टाफ को भी जांच करने के लिए बुलाना पड़ा। देर शाम तक 18 लाख रुपये से अधिक की एक्सपायरी दवाइयां चिन्हित हो गई। अन्य ठिकानों पर ही तलाशी करने के लिए जांच की गई।