उन्नाव (कानपुर)। औषधि विभाग की टीम ने दवा खरीदी बिल व अन्य जरूरी कागजात न दिखा पाने पर क्षेत्र के 10 मेडिकल स्टोरों का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, आधा दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोरों को नोटिस जारी किए गए है। स्टोर संचालकों को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। संतोषजनक जवाब और जरूरी कागज न दिखा पाने पर सभी का लाइसेंस कैंसिल किया जाएगा।
औषधि निरीक्षक अजय कुमार संतोषी ने पूर्व में जिले के डेढ़ दर्जन मेडिकल स्टोरों पर जांच-पड़ताल की थी। इस दौरान आवास विकास कालोनी स्थित पटेल और जिला अस्पताल के सामने सरस्वती मेडिकल स्टोर संचालक फार्मासिस्ट के कागज नहीं दिखा पाए थे। क्रय-विक्रय बिल व कैशबुक आदि भी नहीं मिली थी। इसके अलावा हैदराबाद के मेसर्स कृष्णा, औरास मिर्जापुरकला के प्रजापति, हिरननगर के ड्रग एरिना, सफीपुर के राजा, मोहान आजादनगर के मेसर्स अंकित, आदर्शनगर के मेसर्स वर्मा, शुक्लागंज पोनी रोड के चंदा और रसूलाबाद अटलनगर स्थित दिव्यांशी मेडिकल स्टोरों में खामियां मिलने पर लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। वहीं, पाटन के कृष्णा, मौरावां अकोहरी चौराहे के बालाजी, दही चौकी के पंकज मेडिकल स्टोर, पाटन के कटियार व मेसर्स ब्रह्मदेव, मौरावां भवानीगंज के मेसर्स हिंद, जवाहरनगर उन्नाव के मेसर्स कुमार मेडिकल स्टोर को खामियां मिलने पर नोटिस जारी की गई है। सभी से 15 दिन में जवाब मांगा गया है। इसके साथ ही सफीपुर स्थित मेसर्स सिद्धिविनायक हास्पिटल में पूर्व में की गई छापेमारी के दौरान लिया गया दवा का सैंपल फेल हो गया है। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि संचालक शैलेंद्र सिंह यादव को नोटिस जारी कर सात दिन में जवाब देने को कहा गया है।