राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। दिल्ली के हर प्राइवेट अस्पताल में हर दूसरा और तीसरा मरीज डेंगू से ग्रसित है। डॉक्टरों का कहना है कि 15 दिनों में डेंगू के मरीजों में तेजी से इजाफा हुआ है।

डेंगू की स्थिति को देखते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना खुद इस मामले में चिंतित हैं लेकिन दिल्ली नगर निगम अभी तक डेंगू के मरीजों के आंकड़ों को छिपा कर बैठी है। पांच अगस्त से निगम ने डेंगू के मरीजों के आंकड़े जारी नहीं किए हैं। जबकि कई लोगों की मृत्यु इस बीमारी से हो गई है। उपराज्यपाल का कहना है कि तापमान में गिरावट के बावजूद दिल्ली में डेंगू के बढ़ते मामले और अस्पतालों में भर्ती होने वालों आंकड़े चिंताजनक हैं। मैंने मुख्य सचिव, एनडीएमसी अध्यक्ष, एमसीडी आयुक्त और सचिव (स्वास्थ्य), जीएनसीटीडी से बात की और उन्होंने युद्ध स्तर पर स्वच्छता और मच्छरों के प्रजनन को कम करने के लिए निर्देश दिए हैं।

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गाजियाबाद में भी डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। बच्चों में तेजी से प्लेटलेट्स की घट रही समस्या बहुत बड़ी चिंता का कारण बन गयी है। गाजियाबाद में डेंगू के एक्टिव मामलों की संख्या 113 है। जिला अस्पताल में  डेंगू से पीड़ित बच्चों की संख्या सबसे अधिक है। अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि यहां हर दिन दर्जनों की संख्या में मरीज आ रहे हैं। अब तक कुल मिलाकर मरीजों की संख्या 924 हो गई है।