नई दिल्ली। कोरोना का कहर लगातार जारी है। तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना के दूसरे वर्जन यानि कि कोरोना के नये स्ट्रेन ने भारत में एंट्री कर दी है। गौरतलब है कि इस नये स्ट्रेन से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। एक तरफ लोग नये साल 2021 के सेलिब्रेशन की तैयारी कर रहे थे। लेकिन नए साल से पहले देशवासियों को कोरोना से लड़ाई के मोर्चे पर अच्छी खबर मिल सकती है। सूत्रों की मानें, तो भारत में आज ही ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है। शुरुआत में इस वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी जा सकती है।

बुधवार को कोरोना वैक्सीन से जुड़ी सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की बैठक होनी है, जिसमें भारत में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने पर निर्णय होगा। क्योंकि अब ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है। और कोविशील्ड वैक्सीन इसी से जुड़ी हुई है. ऐसे में भारत में इसको मंजूरी मिलने की उम्मीद भी बढ़ गई है। भारत में होने वाली ये बैठक इसलिए भी अहम हो जाती है, क्योंकि बुधवार को ही ब्रिटेन ने ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन को इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है। कुछ दिनों में ही ब्रिटेन के लोगों को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन की खुराक मिलनी शुरू हो जाएगी।

दरअसल भारत में सरकार की ओर से वैक्सीन देने की तैयारियां पहले से ही की जा रही हैं। शुरुआत में मुख्य रूप से 30 करोड़ लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने का फोकस है, जिसमें कोरोना वॉरियर्स को प्राथमिकता दी जाएगी। स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, कोरोना वॉरियर्स, 50 की उम्र से अधिक वाले लोग और बीमार लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। देश में पिछले कुछ दिनों से चार राज्यों में वैक्सीनेशन का ट्रायल रन चल रहा है। पंजाब, असम जैसे राज्यों में वैक्सीनेशन का ड्राइ रन किया गया, जिसमें वैक्सीन का डोज देने की प्रक्रिया का ट्रायल किया गया।

जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन की डोज दी जाएगी, उसे पहले ही फोन पर सारी जानकारी दे दी जाएगी। गौरतलब है कि भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट बना रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट के मुताबिक, शुरुआत में भारत में कोविशील्ड की 4-5 करोड़ खुराक का भंडारण किया गया है। जबकि 2021 के अंत तक 30 करोड़ खुराक बनाने की तैयारी है।