भीलवाड़ा (राजस्थान)। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा ‘हॉटस्पॉट सील’ मॉडल सफल होता दिख रहा है। देश के तीन राज्यों में एक-एक हॉटस्पॉट कोरोना मुक्त हो गया है। राजस्थान में भीलवाड़ा, महाराष्ट्र के सांगली में इस्लामपुर और दिल्ली का पहला हॉटस्पॉट दिलशाद गार्डन कोरोना से मुक्त हो गया है। गौरतलब है कि मार्च में राजस्थान के भीलवाड़ा में कोरोना के मरीजों की संख्या अचानक तेजी से बढऩे लगी। यहां 27 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। लेकिन अब यहां एक भी कोरोना मरीज नहीं है। भीलवाड़ा ने जिस तरह कोरोना पर जीत पाई उसकी देश-विदेश में चर्चा हो रही है। मार्च के तीसरे सप्ताह में यहां 27 कोरोना मरीज मिले थे। करीब 20 दिन के बेहतर प्रबंधन के बाद अब यह कोरोना से मुक्त है। जिले के कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने तेजी दिखाते हुए सबसे पहले जिले की सीमाएं सील कर दीं। पहले से लागू लॉकडाउन को यहां काफी सख्त कर दिया गया। मेडिकल टीम के अलावा शहर में किसी के लिए प्रवेश मुमकिन नहीं था। राशन और दूध जैसी सामग्री घर-घर पहुंचाने का इतंजाम किया गया। 1500 लोगों को आइसोलेट किया गया और इनके घर के बाहर जवान तैनात कर दिए गए। घर-घर सर्वे और लाखों लोगों की स्क्रीनिंग की गई। शहरी और ग्रामीण इलाकों में लगातार हाइपोक्लोराइड का छिडक़ाव कराया गया। जनता ने भी प्रशासन का पूरा सहयोग किया और इसका नतीजा है कि आज भीलवाड़ा ना सिर्फ कोरोना मुक्त हुआ है, बल्कि दूसरों के लिए एक मॉडल भी बन गया है। यूपी, दिल्ली के अलावा दूसरे कई देशों ने भी इस मॉडल को अपनाया है। महाराष्ट्र के सांगली जिले का छोटा कस्बा इस्लामपुर अब कोरोना के खिलाफ जंग में उम्मीद की किरण बनकर उभरा है। अब यह हॉटस्पॉट संक्रमण मुक्त हो चुका है। वजह है जिला प्रशासन की तेजी और हॉटस्पॉट सील मॉडल। जिले में पहला केस सामने आया तो सांगली जिला प्रशासन ने एक्शन मोड में आने में देरी नहीं की। तुरंत एक डिस्ट्रिक्ट रैपिड ऐक्शन फोर्स का गठन किया। इन्हें पहली जिम्मेदारी दी गई पॉजिटिव मिले 4 लोगों के नजदीकी लोगों को की पहचान करना। इस परिवार के निवास स्थान से एक किलोमीटर दायरे को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया। रातोंरात इस्लामपुर के सभी बाजारों में बैरिकेड लगा दिए गए। उसी रात सैनिटेशन का काम शुरू कर दिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि शुरुआत में उन्हें थोड़ी दिक्कत हुई लेकिन जल्द ही प्राशासन ने हर चीज का इंतजाम कर दिया। इस जोन से जो भी गाडिय़ां बाहर निकलतीं उन्हें डिसइंफेक्शन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था। बफर जोन में एक परिवार से एक ही व्यक्ति को जरूरी सामान के लिए बाहर निकलने की छूट मिलती थी। इसी तरह दिल्ली के पहले हॉटस्पॉट दिलशाद गार्डन में बीते 10 दिनों में एक भी कोरोना से संक्रमण का नया केस सामने नहीं आया है। एक के बाद एक कुल 8 संक्रमित मिलने के बाद इस इलाके में सरकार का ऑपरेशन शील्ड चलाया था। ऑपरेशन के दौरान 81 से अधिक लोगों की जांच भी की गई है, जिसमें किसी को कोरोना नहीं मिला है। सरकार का दावा है कि इस अभियान के तहत 15 दिनों तक की गई मेहनत के बाद इस इलाके को कोरोना मुक्त कर लिया है। अभी निगरानी कुछ दिनों तक जारी रहेगी। 8 मामले सामने आने पर दिलशाद गार्डन और पुरानी सीमापुरी के कुछ इलाके सील कर दिए गए थे। एहतियात से केस नहीं बढ़े। इलाके को सील कर आवाजाही को बंद कर दिया गया। कॉलोनी में लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया।123 मेडिकल टीम ने घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की। दिलशाद गार्डन में पहला ऑपरेशन शील्ड चलाया गया। अब यह क्षेत्र कोरोनामुक्त कर लिया गया है।