Eye Flu: बेमौसम बारिश के बाद से उत्तर प्रदेश में आई फ्लू (Eye Flu) का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। हर दिन अस्पताल में इस संक्रमण से पीड़ित मरीज आ रहे हैं जिसको लेकर डॉक्टर चिंता में हैं। यदि किसी एक व्यक्ति को आई फ्लू है तो वो अपने साथ तीन लोगों को संक्रमित कर सकता है। 27 साल पहले भी आई फ्लू का संक्रमण तेजी से देश में फैला था उस वक्त इससे निजात पाने के लिए डॉक्टरों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी।
आंखों में दर्द, खुजलीपन और लालीपन आई फ्लू (Eye Flu) के लक्षण
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. वीएस त्रिपाठी का कहना है कि मौसम में बदलाव की वजह से आई फ्लू की समस्या बढ़ रही है। आंखों में दर्द, खुजलीपन, लालीपन और कीच आना आई फ्लू के लक्षण हैं। ऐसी समस्या होने पर आंखों को रगड़ने से बचना चाहिए। काला चश्मा लगाकर ही बाहर निकलना चाहिए। आंखों को बार-बार पानी से धोते रहना चाहिए। इससे संक्रमण फैलना का खतरा कम हो जाता है।
बीएचयू अस्पताल में हर दिन नेत्र रोग विभाग में 250 से अधिक मरीज आ रहे हैं। इनमें से 20 मरीज आई फ्लू से संक्रमित हैं। डॉक्टर का कहना है कि बीते एक सप्ताह से मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। बारिश के वक्त ये समस्या होती है।
आई फ्लू गंभीर बीमारी नहीं
डॉक्टर का कहना है कि आई फ्लू कोई गंभीर बीमारी नहीं है। यदि सावधानी नहीं बरती जायी तो आगे चलकर इससे बड़ी समस्या हो सकती है। जिन लोगों को आंखों में ये संक्रमण है उन्हें भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए। 7 से 10 दिनों के भीतर ये समस्या ठीक हो जाती है।
आई फ्लू से बचने के लिए बरतें ये सावधानी
आई फ्लू से बचने के लिए चश्मा लगाकर ही घर से निकलें।
दूसरों के रूमाल और चश्में का प्रयोग न करें।
संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रहें।
नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह के बिना कोई आई ड्रॉप न डालें
आंखों को साफ पानी से धुलते रहें
हाथों को साफ रखें।