नई दिल्ली। नई वैक्सीन सभी वायरसों से लडऩे में सक्षम साबित होगी। यह दावा शोधकर्ताओं ने किया है। बता दें कि शोधकर्ताओं ने आरएनए (राइबोन्यूक्लिक एसिड) का इस्तेमाल करके एक नया टीका विकसित किया है। दावा जताया गया है कि यह टीका शिशुओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले कमजोर समूहों के लिए हर तरह के वायरस से बचाव करता है।
गौरतलब है कि हर साल वैज्ञानिक आगामी फ्लू के मौसम के लिए प्रचलित इन्फ्लूएंजा उपभेदों की भविष्यवाणी करने के लिए काम करते हैं, जिससे अद्यतन टीके तैयार होते हैं। कोविड टीकों को परिसंचारी उपभेदों के उप-प्रकारों से निपटने के लिए समायोजित किया जाता है।
चूहों में आशाजनक परिणाम मिले
यह नवोन्मेषी रणनीति एक सामान्य वायरल जीनोम क्षेत्र को लक्षित करके कई टीकों की जरूरत को समाप्त कर देती है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, रिवरसाइड के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित इस टीके के चूहों में आशाजनक परिणाम मिले है। यूसीआर वायरोलॉजिस्ट और पेपर लेखक रोंग हाई का कहना है कि यह टीका किसी भी प्रकार के वायरस के खिलाफ प्रभावी है और विभिन्न आबादी के लिए सुरक्षित है।
एक खुराक से कम से कम 90 दिनों तक सुरक्षा
पारंपरिक टीकों के विपरीत यह विशिष्ट प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं पर निर्भर नहीं करता है। यह छोटे आरएनए अणुओं का उपयोग करता है, जो अविकसित या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में भी सुरक्षा प्रदान करता है। चूहों पर परीक्षण से पता चला कि टीके की एक खुराक से कम से कम 90 दिनों तक सुरक्षा मिलती है। यूसी रिवरसाइड ने इस आरएनएआई वैक्सीन तकनीक के लिए अमेरिकी पेटेंट हासिल कर लिया है।