मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी जिले में इन दिनों बिना लाइसेंस के चल रही दुकानों पर ड्रग विभाग ने नकेल कसना शुरु कर दिया है। इसी कड़ी में गुरूवार कोटवा में कई सालों से बिना लाइसेंस के चल रहे एक दवा दुकान निशा मेडिकल को सील किया गया। इस दुकान को मजिस्ट्रेट और ड्रग इंस्पेक्टर की उपस्थिति में सील कर दिया गया है।
दवाईयों का सैंपल लैब में भेजा गया (मोतिहारी)
इस मामले की जानकारी देते हुए ड्रग इंस्पेक्टर दयानंद प्रसाद ने बताया है कि उक्त छापेमारी जिला अधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश के आलोक में की गई है। जहां से कई दवाओं का सैंपल लिया गया है जिसको लैब टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। दवाईयों की टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही यह जानकारी मिलेगी की उस दुकान में बिकने वाली दवाएं नकली थी या असली। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान दुकाने से नशीली दवाएं भी जब्त की गई है। ड्रग विभाग की छापेमारी टीम में मजिस्ट्रेट मणि भूषण प्रसाद, ड्रग इंस्पेक्टर दयानंद प्रसाद,सुशील कुमार रविंद्र मोहन और कोटवा थाना के एएसआई हरिंदर कुमार, पुलिस (Police) बल के अरुण कुमार, सागर कुमार, निरंजन कुमार शामिल थे।
इस दवा को खाने के बाद जॉम्बी जैसी हरकतें कर रहे हैं इंसान
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नकली दवा की मिली थी सूचना
पुलिस प्रशासन को बीते कई दिनों से जिले में लगातार नकली दवाएं बेचे जाने की सूचना मिल रही थी जिसको लेकर जिलाधिकारी ने ड्रग विभाग को सचेत किया। जिलाधिकारी ने ड्रग विभाग को अवैध और नकली दवा के कारोबारियों के विरुद्ध छापेमारी करने का निर्देश दिया था। बताया गया है कि इसी कड़ी में कन्हैया पंडित की दुकान निशा मेडिकल में छापेमारी कर दुकान से दवाओं का सैंपल इकट्ठा किया गया और दुकान को सील कर दिया गया। इस मामले को लेकर कोर्ट में मामला दर्ज कराया जाएगा।
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