मुंबई। नकली सिरप बनाने के लिए 1.75 लीटर इथेनॉल (स्पिरिट) अवैध तरीके से बेचने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस का कहना है कि तौफीक शेख नामक व्यक्ति के पास केवल महाराष्ट्र् में इथेनॉल बेचने का लाइसेंस था। उसने इसे अवैध रूप से पूरे गुजरात में घोटालेबाजों को बेच दिया।
नकली आयुर्वेदिक सिरप रैकेट की जांच पूरी
खेड़ा पुलिस ने नकली आयुर्वेदिक सिरप पीने से सात लोगों की मौत मामले में नकली आयुर्वेदिक सिरप रैकेट की जांच पूरी की। जांच में पता चला कि मुंबई के मीरा रोड के तौफिक शेख ने घातक सिरप बनाने के लिए घोटालेबाजों को 1.75 लाख लीटर इथेनॉल (स्पिरिट) की एक बड़ी खेप बेची थी। इस मामले में शेख को दिसंबर के पहले हफ्ते में गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि आरोपी शेख ने डेढ़ साल तक घातक सीरप की खेप सप्लाई की। नकली आयुर्वेदिक सिरप पीने से सात लोगों की मौत हो गई थी।
लाइसेंस का अवैध इस्तेमाल
पुलिस के अनुसार आरोपी शेख के पास केवल महाराष्ट्र में इथेनॉल बेचने के लिए निषेध और उत्पाद शुल्क विभाग से लाइसेंस था। उसने इसे अवैध रूप से खेड़ा के योगेश सिंधी को बेच दिया। उन्होंने देव-भूमि द्वारका, राजकोट और सिलवासा में इसी तरह के नकली आसवा अरिष्ट सिरप बनाने और बेचने वालों को भी इथेनॉल बेचा।
इथेनॉल के मामले में, विक्रेता और खरीदार दोनों के पास निषेध और अन्य संबंधित विभागों से लाइसेंस होना आवश्यक है, लेकिन सिंधी के पास ऐसा कोई लाइसेंस नहीं था।
सिरप की बोतलों में मेथनॉल की उपस्थिति का संदेह
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जो सिरप खेड़ा समेत गुजरात में धड़ल्ले से बेचा जाता था, वह आसवा अरिष्ट सिरप नहीं था। घोटालेबाज सिरप बनाने के लिए पानी, स्वीटनर, इथेनॉल और साइट्रिक एसिड मिलाते थे। यह प्राकृतिक रूप से खट्टे फलों में होता है। उनहोंने बताया कि सिरप की बोतलों में मेथनॉल की उपस्थिति पर संदेह है। कंपनी में श्रमिकों ने या तो बोतलों के एक विशेष बैच को साफ करने के लिए वडोदरा से खरीदी गई सैनिटाइजऱ बोतलों का इस्तेमाल किया या कुछ और गलत हो गया। फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है।
इथेनॉल 140 रुपये प्रति लीटर पर बेचा
पुलिस का कहना है कि घोटालेबाजों ने आयुर्वेदिक सिरप बेचा। इसमें कोई आयुर्वेदिक सामग्री नहीं थी। दरअसल, प्राकृतिक किण्वन के माध्यम से कोई इथेनॉल उत्पन्न नहीं किया जा सकता था। घोटालेबाजों ने बोतल में इथेनॉल मिलाया था। बताया गया है कि आरोपी शेख ने इथेनॉल 140 रुपये प्रति लीटर पर बेचा।
नकली सिरप बेचने पर 8 लोग किए गए थे काबू
7 दिसंबर 2023 को देवभूमि द्वारका पुलिस ने नकली सिरप बेचने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। पता चला है कि यह रैकेट 2020 से चल रहा था। पुलिस ने 42 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 2 करोड़ सिरप की बोतलें बरामद की थीं। राजकोट पुलिस ने भी 2 लाख रुपये की 8000 ऐसी सिरप की बोतलें जब्त की थीं।