उत्तराखंड में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने नकली हर्बल दवा फैक्ट्री का पर्दापाश किया है। एसटीएफ ने स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर इस गिरोह का भंडाफोड़ किया। किराए के एक मकान में नकली हर्बल दवाइयां बनाने का कारोबार चल रहा था।
इस मामले में उधम सिंह नगर जिले के सितारगंज शहर से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान सलमान और फैजान के रुप में हुई है। आरोपी यूपी के पीलीभीत के रहने वाले हैं। ये ऑनलाइन बेचने के लिए विभिन्न बीमारियों के लिए नकली स्वास्थ्य पूरक और दवाएं बना रहे थे।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि मुखबिरों से मिले इनपुट पर कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया गया। जांच करने पर सामने आया कि वे दो फेसबुक पेज चला रहे थे, जो पुरुषों की यौन बीमारियों को ठीक करने के लिए हर्बल स्वास्थ्य पूरक और दवाएं पेश करने का दावा कर रहे थे। उन्होंने संभावित खरीदारों को लुभाने के लिए अपनी दवाओं की प्रभावशीलता के बारे में बताते हुए कुछ मौलवियों के वीडियो भी पोस्ट किए थे, जबकि उन्हें ऑर्डर देने में सुविधा के लिए उनके फोन नंबरों का भी उल्लेख किया था।
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आयुष अग्रवाल ने कहा, पिछले चार महीनों से कुछ पाउडर वाले मिश्रण को छोटे बक्सों में डाल रहे थे और फिर उन्हें कोरियर के माध्यम से खरीदारों को भेज रहे थे। उस मिश्रण का कोई पूर्व प्रयोगशाला परीक्षण नहीं किया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद, हमने नकली सप्लीमेंट के 500 बक्से और उन्हें बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल के तीन बोरे भी जब्त किए हैं। राज्य में 10 दिनों के भीतर होने वाली ये दूसरी घटना है।