लुधियाना। नशीली टेबलेट्स की तस्करी के गिरोह का पर्दाफाश करने में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 6 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक महिला तस्कर फऱार होने में कामयाब हो गई।

यह है मामला

लुधियाना सीआईए स्टाफ ने नशे के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने नशीली गोलियों की तस्करी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। कुल छह आरोपी पकड़ में आए हैं, जबकि एक फरार महिला तस्कर को नामजद किया है।

एडीसीपी इन्वेस्टिगेशन अमनदीप सिंह बराड़ ने बताया सीआईए इंचार्ज इंस्पेक्टर राजेश कुमार व उनकी टीम ने नशीली गोलियों का कारोबार करने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें धांधरा रोड का जसजोत सिंह उर्फ जोत, खुशमंदर सिंह उर्फ मंदर है गुरचरण पार्क न्यू मॉडल टाउन का रहने वाला दीपक गर्ग, पासी नगर पखोवाल रोड़ का रहने वाला संदीप सिंह, भाई हिम्मत सिंह नगर निवासी राहुल हंस राहुल और दुगरी का विकास हरीश उर्फ विक्की शामिल हैं। इस मामले में गिरफ्तार नशा तस्कर दीपक गर्ग की मां सविता गर्ग को नामजद किया गया है, जो कि फरार है। पुलिस लगातार गिरफ्तारी के लिए रेड कर रही है।

ये दवाइयां की बरामद

पुलिस ने गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से 36000 नशीली गोलियां (अल्प्राजोलम), 4950 नशीली गोलियां (अल्प्रेक्स), 60 नशीली गोलियां (ट्रामाडोल) और 2 लाख 15 हज़ार 50 रूपए ड्रग मानी और छह मोबाइल विभिन्न मार्का के बरामद किए हैं।

पुलिस पूछताछ में दीपक गर्ग ने खुलासा किया कि वह राहुल हंस से नशीली गोलियां खरीदता था और जोत व मंदर को बेचता था। पुलिस ने राहुल हंस को काबू कर 4560 नशीली गोलियां व दो लाख ड्रग मनी बरामद की। पूछताछ में राहुल हंस ने अपने एक अन्य ग्राहक विकास हरीश उर्फ विकी का खुलासा किया। जिसे वह दीपक व संदीप के अलावा नशीली गोलियां बेचता था। उसके बाद पुलिस ने विकास हरीश को काबू कर 4800 नशीली गोलियां बरामद की। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।