गाजियाबाद। नशे का इंजेक्शन बेचने की शिकायत पर बृहस्पतिवार को औषधि विभाग की टीम ने पुलिस के साथ लोनी के ललित मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। औषधि निरीक्षक अनुरोध कुमार ने बताया कि मेडिकल स्टोर से इस इंजेक्शन के चार नमूने लेकर जांच को भेज दिए गए। मेडिकल स्टोर को बंद करा दिया गया है और लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की गई है।

औषधि निरीक्षक के मुताबिक, जांच में 10 औषधियों पर लेबल लगा हुआ नहीं था। इनमें एविल इंजेक्शन भी शामिल है। इंजेक्शन की पहचान इंजेक्शन के एल्यूमीनियम कैप पर अंकित एविल लिखा मिलने पर हुई है। इसके क्रय विक्रय बिल मौके पर ना दिखाने पर उनमें से 4 संदिग्ध औषधियों के (बिना लेबल के एविल इंजेक्शन, दो एनाटासिड, एक पैरासीटामोल टैबलेट) का नमूना संग्रहित करते हुए जांच को भेज दिए गए हैं। स्टोर संचालक को 10 औषधि एवं संग्रहित नमूने के क्रय बिल अगले तीन दिन के भीतर प्रस्तुत करने का नोटिस दिया गया है। दवाओं के क्रय विक्रय अभिलेखों को सत्यापन के लिए प्रस्तुत करने तक बिक्री पर तत्काल रोक के आदेश जारी किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि मेडिकल स्टोर को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए गए। जांच हो रही है कि मेडिकल स्टोर पर एविल इंजेक्शन कहां से लाया गया एवं कौन-कौन से मेडिकल स्टोर इस क्रय-विक्रय में शामिल हैं। मेडिकल स्टोर के लाइसेंस को निरस्त करने के लिए संस्तुति औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी मेरठ मंडल को भेज दी गई है। नमूनों की जांच रिपोर्ट आने पर विवेचना करने पर औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम-1940 के अन्तर्गत नियमनुसार कार्रवाई होगी।