लखनऊ। दवा व्यवसायी मुकेश मिश्रा मर्डर केस में परिजनों को नार्को टेस्ट व ब्रेन मैपिंग की रिपोर्ट से उम्मीदें हैं। दोनों पक्षों को रिपोर्ट के आने का इंतजार है ताकि पता लग सके कि असली कातिल कौन है। हालांकि, पुलिस हत्या के पीछे कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का मामला मानकर जांच में जुटी है।
गौरतलब है कि जानकीपुरम सेक्टर-6 निवासी दवा व्यापारी मुकेश मिश्रा को बीते साल जुलाई में नकाबपोश बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। मुकेश के भाई करुणेश ने जानकीपुरम थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। करुणेश और मुकेश की पत्नी सारिका ने एक दूसरे पर मुकेश की हत्या करवाने का शक जताया था। हत्यारों का सुराग नहीं लगा तो पुलिस ने करुणेश व सारिका समेत पांच लोगों का नार्को टेस्ट व ब्रेन मैपिंग करवाया था। अभी ब्रेन मैपिंग व नार्को टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आई है। परिजनों को उम्मीद है कि नार्को टेस्ट व ब्रेन मैपिंग की रिपोर्ट से कातिल का सुराग जरूर लगेगा।
हालांकि मामले की छानबीन कर रहे एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि मुकेश की हत्या कॉन्ट्रैक्ट किलर से करवाए जाने की आशंका है। वारदात के तरीके से यह साफ है कि पेशेवर शूटरों ने ही मुकेश की हत्या की थी। फिलहाल पुलिस ने तीन लोगों को रेडार पर ले लिया है। घटना के समय की उनकी लोकेशन भी खंगाली जा रही है। पुलिस की जांच मुकेश के व्यवसाय के इर्द-गिर्द भी घूम रही है। पुलिस उस शख्स को तलाश रही है, जिसका मुकेश की हत्या से सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है। जानकीपुरम के थाना प्रभारी पीके झा ने बताया कि नार्को टेस्ट व ब्रेन मैपिंग की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। कुछ अहम जानकारियां मिली हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी।