मुजफ्फरपुर। उच्च न्यायालय एवं स्वास्थ्य सचिव के आदेश पर सरैया बाजार सहित क्षेत्र के निजी अस्पतालों में छापेमारी की गई। छापेमारी देख नर्सिंग होम संचालक फरार हो गए। वहीं, एक नर्सिंग होम संचालक छापेमारी के दौरान मौजूद रहा। एक अस्पताल से सरकारी सप्लाई दवा बरामद हुई। वहीं, दूसरे अस्पताल से मवेशियों को दी जाने वाली सूई बरामद हुई। छापामार दल का नेतृत्व कर रहे डॉ. कन्हैया प्रकाश ने बताया कि सभी अस्पताल संचालकों को पत्र जारी किया जा रहा है कि दो दिनों के अंदर सात बिंदुओं पर अपना स्पष्टीकरण दें।
अन्यथा उनके विरुद्ध विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि फायर एनओसी, प्रदूषण, अस्पताल में काम कर रहे डॉक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मी का प्रमाण पत्र, अस्पताल का निबंधन पत्र, दवा दुकान का निबंधन पत्र, फॉर्माकोलॉजी का प्रमाण पत्र एवं वेस्ट मैनेजमेंट पर स्पष्टीकरण की माग करते हुए पत्र जारी किया गया है। सरैया के जीवनदायनी अस्पताल के संबंध में बताया कि यह अस्पताल आयुष्मान भारत योजना से अनुमति प्राप्त है। निरीक्षण में यहां सबकुछ सही पाया गया। मानव अस्पताल में मवेशी का इंजेक्शन एवं सरकारी सप्लाई दवा बरामद होने के संदर्भ में बताया कि रिपोर्ट सिविल सर्जन को दी जाएगी।
वहीं, टीम के एक सदस्य ने कहा कि आदमी के अस्पताल से मवेशी का इंजेक्शन बरामद हुआ। उस अस्पताल को सील कर कठोरतम कानूनी कार्रवाई होना चाहिए, लेकिन आगे देखिए क्या होता है। सतीश ठाकुर ने बताया कि अवैध नìसग होम के खिलाफ दो माह पूर्व शिकायत की गई थी जिसके आधार पर सरैया में निजी नìसग होम की जांच की गई। लेकिन, कार्रवाई संतोषजनक नहीं है।