पानीपत (हरियाणा)। निजी अस्पताल में डिलीवरी के बाद एक महिला और उसके नवजात की मौत का मामला सामने आया है। बताया गया कि महिला की सामान्य डिलीवरी हुई थी।

जानकारी अनुसार, शहर के सनौली रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल में संदिग्ध परिस्थितियों में जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। महिला की सामान्य डिलीवरी हुई थी। इसके बावजूद डिलीवरी के एक घंटे बाद डॉक्टर ने परिजनों को बताया कि डिलीवरी के वक्त अचानक दौरा पडऩे से उसकी मौत हो गई है। निजी अस्पताल प्रशासन ने मृतका और नवजात को एंबुलेंस से नागरिक अस्पताल भेज दिया।

ये है मामला

हाली कॉलोनी निवासी नरेंद्र ने बताया कि वह एक फैक्ट्री में वेल्डिंग का काम करता है। उसकी पत्नी रूमा (30 वर्षीय) गर्भवती थी। प्रसव पीड़ा के बाद वह अपनी पत्नी को सनौली रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले गया। जहां बुधवार देर रात करीब दो बजे रूमा की नॉर्मल डिलीवरी हुई। इस दौरान उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जन्म के बाद डॉक्टरों ने जच्चा-बच्चा दोनों को पूर्णतया स्वस्थ होने की भी बात कही।

जच्चा-बच्चा की अचानक तबीयत हुई खराब

परिवार ने भी दोनों को देखा तो वह ठीक थे। करीब एक घंटे बाद डॉक्टर ने जच्चा-बच्चा की अचानक तबीयत खराब होने की बात कही। साथ ही दोनों को रेफर कर दिया। आनन-फानन परिजन दोनों को सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया।

परिजनों ने पोस्टमार्टम न कराने की अपील की

नागरिक अस्पताल में भी डॉक्टर ने जच्चा-बच्चा दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया। परिजनों ने पोस्टमार्टम न कराने की अपील की। इसके बाद गुरुवार को शव परिजनों को सौंप दिए गए।

10 साल बाद जगी थी आस

नरेंद्र ने बताया कि उसकी 10 वर्षीय एक बेटी है। उसके बाद उन्हें कोई संतान नहीं हुई। पत्नी को कई बार गर्भपात की समस्या से दो-चार होना पड़ा था। इस बार सब ठीक ठाक हुआ, लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। न संतान मिली और न ही पत्नी साथ रही।