हिंडौन, करौली (राजस्थान )। निजी हॉस्पिटल्स पर छापामारी के दौरान एक एक हॉस्पिटल में गंभीर अनियमितताएं पाई गई। इसके चलते चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने उक्त अस्पताल को सील कर दिया है। वहीं, असपताल के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवा दी गई है।
यह है मामला
राजस्थान सूबे के अस्पतालों से अनियमितता के मामले प्रकाश में आ रहे हैं। करौली जिले के हिंडौन में 6 निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामारी की। निरीक्षण के दौरान गंभीर अनियमितता मिलने पर टीम ने एक अस्पताल को सीज कर एफआईआर भी दर्ज करा दी है। टीम ने अन्य अस्पतालों पर विभागीय कार्रवाई करने की बात कही है।
छह टीमें की गठित
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि हिंडौन के कई निजी अस्पतालों में अनियमितता की शिकायतें मिली थीं। कई अस्पताल बिना डॉक्टर के ही चलाए जा रहे थे। इस संबंध में राज्य स्तर से छह टीमों का गठन कर इन अस्पतालों का एक साथ निरीक्षण करवाया गया है।
इन अस्पतालों का किया निरीक्षण
गठित टीमों ने हिंडौन के तंवर हॉस्पिटल, मंडापुरिया हॉस्पिटल, देशवाल हॉस्पिटल, सिंह हॉस्पिटल, जगरवाल हॉस्पिटल और एसआर हॉस्पिटल में औचक निरीक्षण किया। एसआर हॉस्पिटल में जनरल वार्ड, ओटी, लैब और स्टोर में गंभीर अनियमितता सामने आई। हॉस्पिटल का संचालन अवैध पाया गया और निरीक्षण के दौरान कर्मचारी फरार हो गए। इसके चलते टीम ने इस अस्पताल को सीज कर एफआईआर दर्ज करवा दी है।
अस्पतालों में अनियमितताएं आई सामने
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि तंवर हॉस्पिटल में मेडिकल स्टोर बिना लाइसेंस के चलते मिला। इस संबंध में संबंधित डीसीओ को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। देशवाल हॉस्पिटल में एक डॉक्टर उत्तर प्रदेश के रजिस्ट्रेशन पर काम करता पाया गया। वहीं, जगरवाल अस्पताल में एक डॉक्टर एक माह पूर्व प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन के आधार पर काम कर रहा था। बाद में मंडापुरिया अस्पताल में चला गया। इनके विरूद्ध नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
टीम में ये रहे शामिल
छापामार टीम में संयुक्त निदेशक अंधता डॉ. सुनील सिंह, मेडिकल कौंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. राजेश शर्मा, संयुक्त निदेशक भरतपुर जोन डॉ. सुभाष खोलिया, एडिशनल एसपी पीसीपीएनडीटी सेल केके अवस्थी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी करौली डॉ. दिनेश मीणा, हिण्डौन के जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. पुष्पेंद्र गुप्ता, जिले के 6 खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी और डीसीओ करौली, दौसा, भरतपुर एवं धौलपुर शामिल रहे।