Organ Transplant: दिल्ली से सटा नोएडा शहर स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में तेजी से विकास कर रहा है। नए-नए प्राइवेट अस्पतालों के खुल जाने से  सुपर स्पेशियलिटी सेवा समेत किडनी ट्रांसप्लांट, जटिल सर्जरी और कैंसर का इलाज भी होने लगा है। आज के दौर में नोएडा अंग प्रत्यारोपण (Organ Transplant) का हब बन चुका है। यही वजह है कि विदेशों में रहने वालों का भी नोएडा शहर पहली पसंद बन गया है।

बड़ी मात्रा में हो रहे हैं  लिवर, किडनी, हृदय, फेफड़े, आंत, कार्निया ट्रांसप्लांट (Organ Transplant)

एक वक्त था जब यहां पर रहने वालों लोगों को इलाज कराने के लिए दिल्ली जाना पड़ता था। 90 का दशक आते-आते यहां स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार होने लगा। अब शहर के सुपर स्पेशलिस्ट अस्पतालों में  किडनी ट्रांसप्लांट, जटिल सर्जरी और कैंसर का इलाज भी होने लगा है। नोएडा के जेपी, फोर्टिस, अपोलो, मेट्रो, आईकेयर, यथार्थ, मैक्स अस्पताल में लिवर, किडनी, हृदय, फेफड़े, आंत, कार्निया ट्रांसप्लांट हो रहे हैं। प्रत्यारोपण के मामले में जेपी अस्पताल ने तो नया मुकाम हासिल किया है।  जेपी अस्पताल ने बीते आठ सालों में एक हजार से अधिक लिवर और किडनी प्रत्यारोपित कर मरीजों को नई जिंदगी दी है। फोर्टिस अस्पताल ने भी लिवर और  किडनी ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में अपनी नई पहचान बनाई है। इन उपलब्धियों के बाद अब शहर को ट्रांसप्लांट हब के रूप में देखा जाने लगा है।

देश के साथ-साथ विदेशों से मरीज आ रहे हैं इलाज के लिए 

पहले लोग इलाज कराने के लिए दिल्ली की ओर रुख करते थे। लेकिन आज दिल्ली, यूपी और हरियाणा से मरीज लिवर और किड़नी ट्रांसप्लांट के लिए नोएडा आ रहे हैं। वहीं अफगानिस्तान, मंगोलिया, ईराक, ईरान, नाइजीरिया, किर्गिजि़स्तान, दुबई, मारीशस, नेपाल, भूटान जैसे दूसरे देशों के लोग भी इलाज कराने के लिए नोएडा आ रहे हैं।

48 साल पहले नोएडा में एक भी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र उपलब्ध नहीं था। वहीं आज 150 से अधिक अस्पताल शहर में मौजूद है।