रामपुर। पब्लिक हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान भारी अनियमितताएं मिली हैं। मुख्य चिकित्सा कार्यालय के नोडल अधिकारी ने अस्पताल को सील कर दिया। निरीक्षण के दौरान डॉक्टर अनुपस्थित मिले और अस्पताल का रिन्यूवल भी नहीं पाया गया।

यह है मामला

नोडल अधिकारी डॉक्टर केके चहल ने बताया कि नगर में स्थित पब्लिक हॉस्पिटल की शिकायत मिली थी। इस पर अस्पताल पहुंचकर निरीक्षण किया गया। अस्पताल संचालन संबंधी दस्तावेज मांगे लेकिन दस्तावेजों में कमी पाई गई। इस कारण अस्पताल को सील कर दिया है। उनहोंने बताया कि नगर के अन्य अस्पतालों पर भी दबिश दी गई। कई अस्पताल संचालक मौके से फरार हो गए।

अस्पताल संचालक ने बताया कि एक मई को उप जिलाधिकारी एवं चिकित्सा अधीक्षक द्वारा अस्पताल का निरीक्षण किया गया था। उस समय जांच अधिकारियों ने कहा कि अपने अस्पताल के सभी दस्तावेज लेकर कार्यालय में प्रेषित करें। इसी दौरान छह जून को चिकित्सा अधीक्षक मिलक द्वारा एक नोटिस अस्पताल को भेजा गया था। इसके संबंध में अस्पताल संचालक ने अस्पताल से संबंधित सभी दस्तावेज विभाग को सौंप दिए थे, जिनकी रिसीविंग भी उनके पास उपलब्ध है।

बिना नोटिस अस्पताल सील करने का आरोप लगाया

अस्पताल संचालक डॉ. मोहम्मद जान ने आरोप लगाया कि सारे दस्तावेज विभाग को भेज देने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कमी का नोटिस हमें प्राप्त नहीं हुआ और अचानक मंगलवार को नोडल अधिकारी द्वारा अस्पताल को सील कर दिया गया। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल को अस्पताल के रिन्यूवल के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आवेदन किया था। इसकी विभागीय रिसीविंग भी उनके पास उपलब्ध हैं।