प्रयागराज। शहर के बीचोबीच टीबी अस्पताल में ड्रग विभाग की टीम ने परचून की दुकान पर छापा मारकर प्रतिबंधित आक्सीटोसिन इंजेक्शन बेचे जाने का खुलासा किया। टीम ने दुकान से करीब 17 हजार का ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बरामद किया है। दुकानदार के खिलाफ लिखापढ़ी की गई है। गौरतलब है कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन प्रतिबंधित है। इसके बाद भी इसका उपयोग डेयरियों में धड़ल्ले से किया जा रहा है।

दूध बढ़ाने के लिए गाय-भैंस को चोरी से यह इंजेक्शन लगाया जा रहा है। जिला अस्पताल के डॉक्टर मनोज खत्री ने बताया कि गाय व भैंस को लगाए जाने वाले ऑक्सीटोसिन की आंशिक मात्रा दूध में भी आ जाती है। ऑक्सीटोसिन मिश्रित दूध जहर से कम नहीं है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। बतादें कि ड्रग विभाग को शिकायत मिली थी कि शहर में टीबी अस्पताल के पास स्थित गुलबास की परचून की दुकान पर प्रतिबंधित आक्सीटोसिन इंजेक्शन की बिक्री की जा रही है।

इस पर बृहस्पतिवार को टीम ने दुकान पर छापा मारा। दुकान से प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की 16 बड़ी बोतल और 200 मिलीग्राम की 1021 शीशियां  बरामद हुईं। इसकी कीमत 17 हजार रुपये बताई गई। दुकानदार के खिलाफ लिखापढ़ी की गई है। हालांकि खबर लिखे जाने तक उसके खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज हुआ था। बताया जा रहा है कि शहर में कई और जगहों पर इसकी बिक्री की जा रही है।

लखनऊ तक शिकायत पहुंचने के बाद विभाग सक्रिय हुआ। औषधि निरीक्षक -राहुल कुमार के अनुसार प्रतिबंधित आक्सीटोसिन व नशे के इंजेक्शन बिकने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। जिस पर टीम ने कार्रवाई की। परचून की दुकान में मिले इंजेक्शन के मामले की जांच की जा रही है।