पंजाब के पिंजौर में सीएम फ्लाइंग टीम ने  ग्रीन वैली काॅलोनी के एक मकान पर छापेमारी कर नकली दवा फैक्ट्री का बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने मौके से नामी दवा कंपनियों की नकली दवा बनाते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गुप्त सूचना के आधार सीएम फ्लाइंग टीम ने इस बड़ी कार्रवाही को अंजाम दिया।

टीम ने मौके से धर्मपुर कांगूवाला रोड स्थित मकान से करीब सवा लाख नकली टेबलेट और कैप्सूल बरामद किए हैं। बरामद की गई दवाइयों की कीमत करीब 15 लाख रुपये बताई जा रही है। सीएम फ्लाइंग टीम को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि  ग्रीन वैली घाटीवाला स्थित एक मकान में नकली दवाइयां बनाई जा रही हैं। यह दवाइयां आसपास के क्षेत्र में सप्लाई की जाती हैं। सूचना मिलने के बाद टीम मौके पर पहुंची और मकान के अंदर जाकर देखा तो एक बड़े हॉल में मशीनें और दवाइयों के बड़े-बड़े डब्बे रखे थे।

इन डिब्बों पर  एटूजेड विटामिन की कैप्सूल, पैनडी एलकेम हेल्थ साइंस नामक कंपनी के टेबलेट रखे थे। पुलिस ने मौके से नकली दवा फैक्ट्री के मालिक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जब आगे की पूछताछ की तो सामने आया कि  आरोपी ने धर्मपुर कांगूवाला रोड पर गांव रामसर के समीप एक दुकान में गोदाम बना रखा है। जहां पर ड्रम के अंदर बोरियों में भर कर गोलियां रखी गईं हैं। आगामी जांच पिंजौर थाना पुलिस को सौंप दी गई है। पिंजौर थाना एचएचओ कर्मबीर सिंह का कहना है कि मामले की जांच चल रही है।

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पुलिस ने बताया कि हिमशिखा पिंजौर निवासी अमित दुआ नकली दवाई कंपनी चला रहा था। कमरे में अवैध रूप से दवाइयां बनाई जा रहीं थीं। मौके से दो तरह की दवाइयां बनती मिली हैं। इसमें एक कैप्सूल पैनडी और एक एटूजेड कैप्सूल बनता पाया गया, जो एक नामी कंपनी एलकेम के नाम से बनाया जा रहा था। आरोपी के पास दवाइयां बनाने का न तो कोई लाइसेंस है, न ही कोई उपकरण हैं। मौके से बैच कोडिंग मशीन, फॉइल पैकिंग मशीन सहित अन्य मशीनरी भी मिली है।