अम्बाला। एक नामी दवा कंपनी के एमआर (मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव) को पेट दर्द की शिकायत पर रात को सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में दिखाया गया, जहां नर्स ने भारी लापरवाही का परिचय देते हुए उसे अन्य रोगी के लिए तैयार कुत्ता काटे का टीका लगा दिया। इस बात का खुलासा होने पर पेट दर्द रोगी अतुल बहल के पैरों तले से मानों जमीन ही खिसक गई। उसने तुरंत इसकी शिकायत संबंधित डॉक्टर सुमित से की, लेकिन डॉक्टर ने इसे अनदेखा कर दिया। पीडि़त ने तत्काल सिविल सर्जन विनोद गुप्ता को इस बारे में बताया।
सिविल सर्जन की संबंधित डॉक्टर से फोन पर वार्तालाप के बावजूद डॉक्टर सुमित ने पीडि़त रोगी व उनकी माता से दुव्र्यवहार किया। पीडि़त ने रात का समय तो जैसे-तैसे काट लिया किन्तु सुबह होने पर डॉक्टर और नर्स की इस गैरजिम्मेदाराना हरकत का मामला स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के दरबार में पहुंचाया। अब देखना यह है कि वे इस मामले में क्या संज्ञान लेते हैं। उधर, सिविल सर्जन विनोद गुप्ता ने इस मामले पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि गलती जिस किसी से भी हुई है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। दोषी के खिलाफ अनुकूल कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सिविल सर्जन ने स्वयं रोगी को फोन करके भी उसे इंजेक्शन के प्रभाव बारे अवगत कराते हुए धैर्य बंधाया है।