मुरैना (मप्र)। शहर में प्राइवेट हॉस्पिटल संजीवनी में मरीजों को दवा के नाम पर लूटने का मामला सामने आया है। भर्ती मरीज के तीमारदारों से मात्र पांच सौ रुपये की दवा के 2500 रुपये मांगे गए। शिकायत मिलने पर अपर कलेक्टर ने इस मामले में जांच के आदेश जारी किए हैंं।

यह है मामला

शहर में स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल संजीवनी में हरिराम नामक मरीज को पेट की दर्द की शिकायत पर दाखिल कराया गया था। अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजनों से करीब 10 हजार रुपये जमा करवाए। इसके बाद डॉक्टर ने कुछ और दवाइयां लिख दी। जब परिजन दवाई लेने हॉस्पिटल में ही संचालित मेडिकल स्टोर पर गए तो लिखी गई दवाइयां करीब 2500 रुपये की बताई।

डॉक्टर ने दी डिस्चार्ज करने की धमकी

मरीज के परिजन शंका होने पर अस्पताल से बाहर अन्य मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। वहां पर्ची पर लिखी गई दवाइयां मात्र 500 रुपये में मिल गई। परिजनों ने इस बाबत अस्पताल के डॉक्टर से शिकायत की। इस पर डॉक्टर ने डिस्चार्ज कर देने की धमकी दी। वह बोले कि अगर इलाज करवाना है, तो हमारे पास से ही दवाइयां लेनी पड़ेगी।

परिजनों ने यह सारा मामला मीडिया से साझा किया। पत्रकारों ने संबंधित डॉक्टर से दवा महंगी बेचने के बारे पूछा। डॉक्टर ने सफाई दी कि हमारे मेडिकल से जीएसटी की दवाइयां मिलती हैं। इस कारण ये दवा महंगी हो जाती हैं। उधर, मुरैना के अपर कलेक्टर के पास ये मामला गया तो वे बोले कि हम जांच करेंगे।

सीएमएचओ को पत्र लिखा

अपर कलेक्टर ने इस मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य अधिकारी सीएमएचओ को पत्र लिखा है। अब इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। यह स्पश्ठ हो गया है कि जिले के प्राइवेट हॉस्पिटल मरीजों से लूटपाट कर रहे हैं।